डीएचओ ने बताया मधुमक्खी पालन का तरीका
डीएचओ ने बताया कि ग्रीष्म ऋतु में मौन की देखभाल ज्यादा जरूरी होती है।
बाराबंकी : मधुमक्खी पालन कर रहे निमत्ति सिंह के प्रक्षेत्र का निरीक्षण जिला उद्यान अधिकारी ने किया। वहां पहुंचकर किसान को अच्छे ढंग से मौन पालन का तरीका बताया। यहां ग्रीष्म ऋतु वाली मधुमक्खी पाली जा रही है।
जिला उद्यान अधिकारी ने महेंद्र कुमार ने फतेहपुर के ग्राम रजौली में स्थित मधुमक्खी पालन स्थल का निरीक्षण किया। निमित्त सिंह यहां मधुमक्खी पालन कर रही हैं। डीएचओ ने बताया कि ग्रीष्म ऋतु में मौन की देखभाल ज्यादा जरूरी होती है। मौन गृहों को किसी छायादार स्थान पर रखना चाहिए। सुबह सूरज की रोशनी मौन गृहों पर पड़नी आवश्यक है, जिससे मधुमक्खियां सुबह से ही सक्रिय होकर अपना कार्य करना प्रारम्भ कर सके। इस समय कुछ स्थानों जहां पर बरसीम, सूर्यमुखी इत्यादि की खेती होती है। वहां पर शहद अधिक होता है। इस समय मधुमक्खियों को साफ और बहते हुए पानी की आवश्यकता होती है। इसलिए पानी को उचित व्यवस्था मधुवातिका के आसपास होना चाहिए। डीएचओ ने यहां पर अमरूद, नींबू, सहजन के पौधे लगाए। इस दौरान पूर्व सहायक उद्यान निरीक्षक अनिल कुमार श्रीवास्तव, पूजा सिंह, शिवकुमार, गया प्रसाद, रवि रावत आदि लोग मौजूद रहे।