एडवांस : दीपावली पैकेज : सौहार्द के दीपों से जगमग होगा वारिस का आस्ताना
प्रताप जायसवाल, विशुनपुर (बाराबंकी) : संसार को प्रेम और सद्भाव का संदेश देने वाले सूफी
प्रताप जायसवाल, विशुनपुर (बाराबंकी) :
संसार को प्रेम और सद्भाव का संदेश देने वाले सूफी संत हाजी वारिस अली की दरगाह दीपावली पर सद्भावना के दीयों से जगमग होती है। होली पर सौहार्द के रंगों से सराबोर रहने वाली सूफी की दरगाह दीपावली पर भी सांप्रदायिक सद्भाव के प्रकाश से जगमगाती है। काफी ¨हदू परिवार दीपावली पर बाबा के दरबार में दीप जलाकर सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। इस बार उनके आस्ताने पर सौहार्द की अनुपम छटा बिखरेगी।
सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की दरगाह पर सभी त्योहार उल्लास से मनाए जाते हैं। ईद, बकरीद के अलावा यहां की होली अपने आप में अनूठी है। दरगाह पर उड़ते रंगों की सप्तरंगी छटा में ¨हदू और मुसलमान जमकर सराबोर होते हैं। होली शहजादे आलम वारसी की अध्यक्षता वाली वारसी होली कमेटी की अगुवाई में खेली जाती है। यहां की होली का नजारा लेने के लिए कई प्रांतों से लोग आते हैं। दूसरी ओर दीपावली पर भी लोग यहां दिया जलाने आते हैं। काफी ऐसे लोग भी हैं, जो बाबा के नाम का दिया अपने घरों में रोशन करते हैं। लोगों का मानना है कि सूफी की दरगाह पर दिया जलाने से साल भर सुख-समृद्धि बनी रहती है।
लक्खीसराय बिहार स्थित वारिस प्रेम कुटी के संस्थापक बाबा निराले शाह वारसी बताते हैं कि हम लोग बाबा की आराधना हिन्दू रीति रिवाजों से करते हैं। दीपावली में भी हम लोग अपने घरों में बाबा के नाम का दीप जलाते हैं। वहीं कस्बे के कई परिवारों के साथ बाहर के भक्त भी दीपावली के दौरान मजार पर दिया जलाकर समृद्धि की कामना करते हैं।