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जिले के शिव मंदिरों में सावन भर बहेगी भक्ति की बयार

लोधेश्वर महादेव के जलाभिषेक को लाखों भक्त दूर दराज के दिलों से पैदल कांवड़ लेकर आते हैं। सावन के हर दिन भक्तों की आमदरफ्त रहती है पर सावन का हर सोमवार खास होता है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Jul 2019 12:31 AM (IST)Updated: Thu, 18 Jul 2019 06:20 AM (IST)
जिले के शिव मंदिरों में सावन भर बहेगी भक्ति की बयार
जिले के शिव मंदिरों में सावन भर बहेगी भक्ति की बयार

बाराबंकी : जिले के शिव मंदिरों में सावन भर भक्ति की बहार बहेगी। लोधेश्वर महादेवा के अलावा अन्य शिवालयों में भी सावन माह के ²ष्टिगत तैयारियां चल रही हैं। सावन माह के पहले दिन भी भक्तों में जलाभिषेक को उत्साह दिखा।

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रामनगर क्षेत्र के लोधेश्वर महादेव के जलाभिषेक को लाखों भक्त दूर दराज के दिलों से पैदल कांवड़ लेकर आते हैं। सावन के हर दिन भक्तों की आमदरफ्त रहती है पर सावन का हर सोमवार खास होता है। एक से डेढ़ लाख तक भक्त आते हैं। अधिकांश कांवड़िया कानपुर, उन्नाव, उरई, जालौन, हरदोई, कन्नौज, झांसी आदि जिलों से आते हैं जो गंगा नदी से ही जल लाते हैं। स्थानीय भक्त भी गंगा से जल भरने जाते हैं। कुछ भक्त लोधेश्वर महादेवा के निकट ही से निकली घाघरा नदी के जल से भी लोधेश्वर का जलाभिषेक करते हैं। सिरौलीगौसपुर इलाके में कुंतेश्वर महादेव मंदिर भी अपनी प्राचीनता के लिए विख्यात है। लोधेश्वर महादेव व कुंतेश्वर महादेव की स्थापना महाभारत काल में होने की बात कही जाती है।

हैदरगढ़ इलाके में गोमती नदी के किनारे स्थित औसानेश्वर महादेव का मंदिर है। यहां जिले के अलावा रायबरेली, सुल्तानपुर, अमेठी, लखनऊ, उन्नाव आदि स्थानों से भक्त आते हैं।

सजाए जा रहे शिवालय : भगवान शिव शंकर की पूजा अर्चना व जलाभिषेक की धूम रहेगी। इसके चलते शिवालयों को सजाया संवारा जा रहा है। जिला मुख्यालय पर शहर में नागेश्वर नाथ महादेव व कैलाश आश्रम शिवमंदिर पर भी भक्तों का तांता रहता है। त्रिवेदीगंज ब्लॅाक में शिवनाम गांव में प्राचीन सोनेश्वर महादेव का मंदिर भी अपार श्रद्धा का केंद्र है। सिद्धौर कस्बे में सिद्धेश्वर महादेव का मंदिर भी भक्तों से सावन भर भरा रहता है।

इनसेट-

अव्यवस्थाएं भी कम नहीं

गणेशपुर : लोधेश्वर धाम महादेवा में बुधवार को अभरण सरोवर में जल की कमी होने से मिट्टी दिखाई पड़ रही है। वहीं उसके चारों ओर लगी बल्ली में लाइट भी नहीं लग पाई है। वाटर प्रूफ टेंट नहीं लग सका है। केसरीपुर, महादेवा से लोधौरा चौराहे तक सड़क के किनारे भी बल्ली पर लाइटें अभी नहीं लगाई गईं वहीं श्रद्धालुओं के लिए बैरीकेडिग श्रमिक लगा रहे हैं। शेष बल्लियां स्टॉक में रखी हैं। दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें महादेवा में लगाने की व्यवस्था में लगे हैं।


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