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सांस्कृतिक मंच : मिटने लगे हैं हर गम मेरे, जब से आया हूं दर पे तेरे..

बाराबंकी : गजल गायक केपीएस विश्वनाथन ने शुक्रवार को अपनी मखमली आवाज में गजलें प्रस्तुत कर लोगा

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 11:06 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 11:06 PM (IST)
सांस्कृतिक मंच : मिटने लगे हैं हर गम मेरे, जब से आया हूं दर पे तेरे..
सांस्कृतिक मंच : मिटने लगे हैं हर गम मेरे, जब से आया हूं दर पे तेरे..

बाराबंकी : गजल गायक केपीएस विश्वनाथन ने शुक्रवार को अपनी मखमली आवाज में गजलें प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ उन्होंने Þमिटने लगे हैं हर गम मेरे, जब से आया हूं दर पे तेरे से किया।

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इसके बाद उन्होंने अमीर खुसरो के कलाम'कैसे कहूं कैसे सखी मोहे लाज लागे, और रातों को उठ-उठकर जिनके लिए रोते हैं, गुल तेरे रंग चुरा लाये और सूफी कव्वाली दमादम मस्त कलंदर प्रस्तुत की। उनके साथ हारमोनियम पर उनके उस्ताद कमलाकांत, तबले पर राकेश कुमार, गिटार पर सुनील श्रीवास्तव और ऑर्गन पर विजय सैनी रहे।

निधि के लोकनृत्य ने किया मंत्रमुग्ध देवा : लोक नृत्यांगना निधि श्रीवास्तव ने शुक्रवार को प्रेक्षागृह में अपने लोकनृत्य से लोगों का मन मोह लिया।

दूरदर्शन कलाकार निधि श्रीवास्तव ने सबसे पहले सूफी संत को समर्पित कव्वाली ख्वाजा तोरे द्वारे बजे शहनाई पर भाव नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद उन्होंने अवधी कलसा नृत्य मैय्या चलो दियनाबारÞ प्रस्तुत किया। उन्होंने नन्हीं-नन्ही बुंदिया गीत पर सावन नृत्य पेश किया। इसके बाद उन्होंने छोटे से नन्हें से गीत पर नकटा और पुराने तराने, सूफी के गीतों पर भाव नृत्य प्रस्तुत किया। साथी नृत्यांगना रमा मिश्रा, सुष्मिता मिश्रा, सुषमा रावत, सपना ¨सह, सुप्रिया तिवारी, अनुष्का यादव, अनामिका ने भी नृत्य में भाग लिया।


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