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'किसी नजर को तेरा इन्तजार आज भी है..'

बाराबंकी : यश भारती पुरस्कार से सम्मानित गजल गायक कमाल खान ने गुरुवार की शाम प्रेक्षागृह मे

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 12:12 AM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 12:12 AM (IST)
'किसी नजर को तेरा इन्तजार आज भी है..'
'किसी नजर को तेरा इन्तजार आज भी है..'

बाराबंकी : यश भारती पुरस्कार से सम्मानित गजल गायक कमाल खान ने गुरुवार की शाम प्रेक्षागृह में मशहूर शायरों के कलाम से समा बांधा।

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सबसे पहले उन्होंने ़गालिब की गजल अहा को चाहिए इक उम्र असर होने तक पेश की, इसके बाद उन्होंने आपको देखकर देखता रह गया, अपनी मर्जी से अपना सफर किया जैसी गजलें पेश की। उन्होंने राहत इंदौरी की गजल लोग हर मोड़ पर रुक-रुक कर संभलते क्यों हैं के अलावा तृप्ति त्रिपाठी के साथ यह दौलत भी ले लो यह शोहरत भी ले लो, किसी नजर को तेरा इन्तजार आज भी है,उस मोड़ से शुरू करें। फिर यह ¨जदगी, जैसी हिट गजलों को लोगों को गुनगुनाने पर मजबूर कर दिया।


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