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गोशाला के गोबर से बनेंगे ईको फ्रेंडली दीये, रोशन होगी दीवाली

समूह की महिलाएं बनाएंगी दीये और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Aug 2021 12:34 AM (IST)Updated: Thu, 26 Aug 2021 12:34 AM (IST)
गोशाला के गोबर से बनेंगे ईको फ्रेंडली दीये, रोशन होगी दीवाली

बाराबंकी (प्रताप जायसवाल)

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चैनपुरवा और रजौली की महिलाएं इस बार दीवाली पर गोशालाओं के गोबर से दीये और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां बनाएंगी। यह दीये ईको फ्रेंडली होने के साथ ही प्रयोग के बाद खाद के रूप में भी इस्तेमाल हो सकेंगी। इनके उपयोग से पर्यावरण संरक्षण के साथ ही महिलाओं की आर्थिक उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त होगा।

पूर्व पुलिस अधीक्षक अरविद चतुर्वेदी ने अवैध शराब के लिए कुख्यात चैनपुरवा की महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए मिशन कायाकल्प की शुरुआत की थी। इसके तहत बीते वर्ष गांव की महिलाओं से मोमयुक्त दीये तैयार कराकर बदले में उन्हें मेहनताना दिया गया था। इस कार्य में महिलाओं ने काफी रुचि दिखाई थी, जिससे उन्हें काफी आर्थिक लाभ हुआ था। इस बार मोमयुक्त मिट्टी के दीयों के साथ ही गोबर के दीये व लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भी बनाने की योजना है।

इनसेट- कान्हा उपवन के गोबर का होगा उपयोग

रजौली स्थित शहद प्लांट के मैनेजर निमित्त सिंह बताते हैं कि दीये बनाने के लिए लखनऊ के कान्हा उपवन से तैयार गोबर का पाउडर लिया जाएगा। पाउडर सिरेमिक युक्त होगा, जिससे इसका घोल बनाकर उसे सांचे में ढालने में आसानी होगी। तैयार दीयों को दो दिन छाया और फिर धूप में सुखाया जाएगा। इसके लिए महिलाओं को ट्रेनिग भी दिलाई जा चुकी है।

इनसेट-बत्ती से लेकर मोम की आपूर्ति समूह से

निमित्त बताते हैं कि कुछ समूहों को दीयों के निर्माण में प्रयुक्त होने वाली रुई की बत्ती बनाने के काम में लगाया जाएगा। वहीं, मधुमक्खी पालन करने वाले समूहों से मोम की खरीदारी की जाएगी। समूहों की आय में बढ़ोतरी होगी। वहीं, स्थानीय कुम्हारों से मिट्टी के दीयों की खरीद से उन्हें भी अच्छा मुनाफा होगा।

सूरतगंज, फतेहपुर और देवा के समूह करेंगे आपूर्ति

इनसेट-सूरतगंज, देवा और फतेहपुर के जुड़ेंगे समूह दीयों के निर्माण में इस बार सूरतगंज के चैनपुरवा के समूहों के साथ ही फतेहपुर के रजौली और देवा के समूहों की महिलाएं जुड़ेंगी। इस बार भी लाखों की संख्या में दीयों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। निमित्त के अनुसार इस कार्य में सीडीओ एकता सिंह, डीसी एनआरएलएम और सभी बीडीओ का पूरा सहयोग मिल रहा है। दीयों के निर्माण का कार्य शीघ्र ही प्रारंभ होगा।


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