जिले में 1,056 हुई कोविड पाजिटिव मरीजों की संख्या
बाराबंकी जिला महिला चिकित्सालय में प्रसूता सहित 193 लोग कोरोना जांच में पाजिटिव मिले हैं। जि
बाराबंकी: जिला महिला चिकित्सालय में प्रसूता सहित 193 लोग कोरोना जांच में पाजिटिव मिले हैं। जिले में इसी के साथ एक हजार की संख्या कोविड पाजिटिव व्यक्तियों की पार कर गई। जिले में अब 1056 कोरोना संक्रमित हो गए है। दूसरी ओर 22 हजार को कोरोना रोधी टीका लगाया गया।
सीएमओ डा. रामजी वर्मा ने बताया कि 2769 लोगों की जांच की गई। जिसमें आरटीपीसीआर की जांच में 123 लोग, एंटीजन जांच में 68 व ट्रूनेट मशीन से जांच में दो लोग पाजिटिव मिले हैं। कोरोना से कुल 55 केस उपचारित हुए हैं। बांसा:सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चार कोराना पा•ाटिव केस निकले। जागरूकता बैठक का आयोजन: निदूरा: विकास खंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत ओदार के प्राथमिक विद्यालय में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए कोरोना से बचाव हेतु जागरूकता बैठक का आयोजन किया गया। बैठक मे ग्राम प्रधान ,पंचायत सहायक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा बहू, सदस्य ग्राम पंचायत और पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में किया गया।
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जरूरी नहीं, कोरोना ग्रस्त मां का शिशु भी हो पाजिटिव
बाराबंकी: यह कोई जरूरी नहीं कि कोविड पाजिटिव गर्भवती के शिशु को भी कोविड होगा। खासकर जब तक वह पेट में है। ज्यादा सुरक्षित है। हां, प्रसव के बाद प्रोटोकाल का पालन नहीं करने पर कोविड होने की पूरी आशंका रहती है। यह कहना है जिला अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ एवं नोडल डा एसके सिंह का। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण आजकल बहुत तेजी बढ़ रहा है। यदि महिला गर्भवती हैं और कोविड पाजिटिव हैं या रह चुकी तो कोविड को लेकर कतई न घबराएं। कोविड जैसी संक्रामक बीमारी से बचने के लिए बस जागरूक, सचेत और सतर्क रहें। सदैव अपने चिकित्सक के संपर्क में रहें और उनके सुझाव का पालन करें। उन्होने स्पष्ट किया कि गर्भवती माहिलाएं अनावश्यक अस्पताल में न आएं। कोशिश करें चिकित्सक से ऑनलाइन परामर्श लें। गर्भवती महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य के मुकाबले कम होती है। इसलिए गर्भवती महिलाएं अपने व बच्चे के भविष्य के लिए साफ-सफाई का खास ध्यान दें। कुछ भी छूने के बाद 40 सेकेंड तक साबुन से हाथ धो लें और मास्क लगाए रखें। बाल रोग विशेषश ने बताया कि यदि मां कोविड पाजिटिव है या रह चुकी है तब भी शिशु के साथ रहकर स्तनपान कराना है। बस साफ-सफाई के साथ हाथों को साबुन से अच्छे से धुलकर और मास्क लगाकर ही स्तनपान कराना है।