मौसम से आंख मिचौली करते रहे कार्यकर्ता
जागरण संवाददाता बाराबंकी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी के बार्डर वाले चौबीसी गांव के खेतों में सोमवार को हुई कार्यकर्ता बैठक देखते ही देखते जनसभा में बदल गई। धूप के चलते मंच के सामने मैदान के बजाए कार्यकर्ता व ग्रामीण आसपास बाग में व खेतों में लगे पेड़ों के नीचे खड़े रहे। गांव में भी हेलीकाप्टर के आने का इंतजार करते रहे। जैसे ही हेलीकाप्टर 1152 मिनट पर चौबीसी गांव के ऊपर से गुजरता हुआ कार्यक्रम स्थल के चारों ओर घूमा बागों व पेड़ों के नीचे से लोग निकलकर मंच के सामने मैदान में आ डटे। खेतों व बागों से निकलकर तेजी से आने का नजारा देखने लायक रहा। राज्य सभा सदस्य डॉ. पीएल पुनिया व उनके पुत्र तनुज पुनिया के चेहरे खिल उड़े क्योंकि डॉ. पुनिया ने कुछ देर पहले ही लोगों से मंच के सामने मैदान में आने का अनुरोध किया था।
बाराबंकी : चौबीसी गांव में कार्यकर्ता बैठक में शामिल होने के लिए भले ही बुलाए गए हों लेकिन इंतजाम एक जनसभा जैसे ही थे। यहां तेज धूप कार्यकर्ताओं की परीक्षा लेती दिखी। कार्यकर्ताओं को धूप से बचने के लिए मंच के सामने खुले में मैदान में लगी कुर्सियों पर बैठने के बजाय बाग में व खेतों में लगे पेड़ों की छांव का सहारा लेना पड़ा।
कार्यकर्ताओं को सुबह करीब साढ़े नौ बजे का समय बताया गया था। उससे करीब दो घंटा 22 मिनट की देरी से जब राहुल गांधी का हेलीकॉप्टर 11:52 मिनट पर चौबीसी गांव के ऊपर से गुजरता हुआ कार्यक्रम स्थल के चारों ओर घूमा तो लोग मैदान में फिर आ डटे। राज्य सभा सदस्य डॉ. पीएल पुनिया व उनके पुत्र तनुज पुनिया के चेहरे खिल उड़े क्योंकि डॉ. पुनिया ने कुछ देर पहले ही लोगों से मंच के सामने मैदान में आने का अनुरोध किया था।
हालांकि बहुत से कार्यकर्ता ऐसे भी रहे जो धूप की परवाह किए बिना पहले से ही डटे रहे। महिलाओं व बच्चों ने धूप से बचने के लिए कांग्रेस के झंडे का सहारा लिया। सभा में कांग्रेस ही नहीं सभी राजनीतिक दलों के सामने मौसम से निपटने की कड़ी चुनौती पैदा कर दी है क्योंकि खुले मैदान में लोगों को मंच के सामने धूप में रोक पाना आसान नहीं होगा। अगले हफ्ते कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सपा नेता अखिलेश यादव जैसे नेताओं की भी जनसभाएं होने वाली हैं। धूप रहित पंडाल यदि बनवाए जाते हैं तो चुनाव खर्च कई गुना ज्यादा बढ़ेगा।
हेलीकॉप्टर देखने पहुंचे बच्चे
कांग्रेस अध्यक्ष को जहां कार्यकर्ता और आसपास के ग्रामीण सुनने पहुंचे थे वहीं बच्चों की नजरें ऊपर आसमान में हेलीकॉप्टर खोज रही थीं। पौने बारह बजे के बाद जब हेलीकॉप्टर दिखा तो सबसे पहले बच्चे बाग और खेतों में होते हुए हेलीपैड की ओर भागे।
चलव देखि तव लिहेन
शिवप्यारी, संगीता, गोधुना जैसी कई महिलाएं राहुल को देखने पहुंची थीं। एक बुजुर्ग ने कहा देखो 72 हजार रुपये देने की बात कह रहे हैं। इस पर महिलाओं ने कहा हमका का करय का.चलव देखि तव लिहेन। वहीं निदूरा क्षेत्र से आए बुजुर्ग का कहना था कि अब लागति हय माहौल बनि जाई।
यहां मत बैठो एसपीजी वाले उठा देंगे..
सभा के दौरान कुछ विशिष्टजन हेलीपैड के करीब ही लगाई गई बल्लियों के पास बैठे थे। उनसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि आप लोग उधर बैठिए चलके नहीं तो एसपीजी वाले उठा देंगे। जिम्मेदार होने के कारण वे लोग वहां दूसरे स्थान की ओर बढ़े वहां कुर्सियां भी लगवाई गईं। इतने में ही फिर एसपीजी का हवाला देकर उठा दिया गया। इस पर उन लोगों ने मैदान से रुखसत होना ही मुनासिब समझा।
पानी के पाउच से बुझी प्यास
सभास्थल गांव से दूर होने के कारण वहां पानी की व्यवस्था नहीं थी। इसलिए मौके पर लोगों के लिए पानी के पाउच की व्यवस्था पदाधिकारियों ने कराई थी। लोगों को पाउच से गला तर करते देखा गया।