हट सकते हैं एमडीएम घोटाले के वादी बीएसए!
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बाराबंकी : एमडीएम के 4.84 करोड़ रुपये घोटाले में विभागीय दो बड़े अफसरों का नाम सामने आ रहा है। जिले से लेकर निदेशालय तक बीएसए को हटाने की कवायद शुरू कर दी गई है। चुनाव बाद कभी भी एमडीएम घोटाले के वादी बीएसए वीपी सिंह को हटाया जा सकता है। विभाग में ऐसी चर्चाएं तेज हो गई हैं।
जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में एमडीएम घोटाले का राजफाश दिसंबर 2018 में बीएसए वीपी सिंह ने किया था। इसमें चार करोड़ 84 लाख के घोटाले की रकम सामने आई थी। मामले में जिला समन्वयक एमडीएम राजीव शर्मा, अनाधिकृत कंप्यूटर ऑपरेटर रहीमुद्दीन व इनके साथी रघुराज, रोज और साधना शामिल थे। लखनऊ के गुडंबा थाने के कल्यानपुर निवासी यह सभी जेल की सलाखों के पीछे हैं। अब बीएसए कार्यालय में तैनात लिपिक अखिलेश शुक्ला को भी पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया है। आमतौर पर एक विद्यालय में एमडीएम का पैसा एक दिन में भी लगभग दस हजार से लेकर एक लाख तक जा सकता था, लेकिन एक दिन में छह-छह बार और 32 लाख तक भेजा गया। लेकिन, अफसर नजर अंदाज करते रहे। जांच में इस बिदु को शामिल करते हुए विभागीय व पुलिस जांच में एक जिले का अफसर और एक गैर जनपद तबादला हुए अधिकारी का नाम सामने आ रहा है। क्राइम ब्रांच के रडार पर इन बड़े अफसरों पर हाथ डालने से पहले पुलिस सारे साक्ष्य एकत्र कर रही है। वहीं अब विभाग के अधिकारियों में चर्चाएं हैं कि चुनाव बाद वादी बीएसए भी हटाए जा सकते हैं। रविवार को बीएसए वीपी सिंह का सीयूजी नंबर बंद था, बताया जा रहा है कि बीएसए अवकाश लेकर जाने वाले हैं, इनके स्थान पर कोई दूसरा बीएसए आ रहा है। हालांकि इस मामले पर अभी किसी भी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
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