भाकियू ने कलक्ट्रेट में डाला डेरा, आश्वासन पर माने
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बाराबंकी : भारतीय किसान यूनियन के प्रांतीय महासचिव मुकेश ¨सह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गुरुवार की शाम कलक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पर डेरा डाल दिया। रात करीब नौ बजे एडीएम ने 18 फरवरी को विभिन्न विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्याओं का निराकरण कराने का आश्वासन दिया तब जाकर धरना स्थगित हुआ। जिला गन्ना कार्यालय परिसर में भाकियू कार्यकर्ता एकत्र हुए थे। दिन भर वहां धरना चला। शाम को करीब पांच बजे डीएम कार्यालय पर डेरा डाल दिया।
मुकेश ¨सह का कहना है कि जिले में करीब 10 हजार बेसहारा जानवर अभी तक घूम रहे हैं। किसानों की फसलें बर्बाद हो गई थीं और अधिकारी कागजों पर ही गो आश्रय स्थल संचालित होना बताकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। कोल्ड स्टोर के मालिक मनमाना किराया ले रहे हैं। पिछले साल भी यही स्थिति थी। इस बार किसानों से राय लेकर किराया निर्धारण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस के लिए अधिग्रहीत जमीन से ज्यादा जमीन पर कब्जा कार्यदाई संस्था कर रही है। साथ ही अवैध खनन भी हो रहा है मगर किसानों की शिकायतों की अनदेखी की जा रही है। देवा ब्लॉक के ग्राम चचेड़ा में भू-माफिया ने किसानों के पट्टे की जमीन पर कब्जा कर रखा है। एक प्रापर्टी डीलर को प्रशासन ने भू-माफिया घोषित किया है लेकिन उसके कब्जे वाली जमीन को अभी तक किसानों को वापस दिलाने कार्रवाई नहीं शुरू की। अनुसूचित जाति के किसानों की जमीन भू-माफिया ने खरीदी और मुआवजा हड़प लिया। मुआवजे के असली हकदार किसानों को लाभ दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि समस्याओं को लेकर पूर्व में दिए गए ज्ञापन पर वार्ता संबंधित अधिकारियों से कराने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अधिकारियों ने वार्ता भी नहीं की जिससे समस्याएं बरकरार हैं।
धरने में जिलाध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष रामकिशोर पटेल, अनुपम वर्मा, सतीश वर्मा, राधेलाल, रामसजीवन, प्रमोद कुमार, रामानंद, भगौती प्रसाद आदि शामिल रहे।