पानी में रखा ट्रांसफार्मर, खेतों में करंट फैलने का अंदेशा
यह ट्रांसफार्मर कभी भी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकता है।
बाराबंकी : बिजली विभाग लोगों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहा है। बीते एक दशक पहले तालाब में रखा गया पानी में डूबा हुआ है। यह ट्रांसफार्मर कभी भी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकता है।
विकास खंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत छिलगवां में गांव के लोगों को 63 केवी से ट्रांसफार्मर से बिजली आपूर्ति की जा रही है। यह ट्रांसफार्मर गांव के बाहर स्थित तालाब में रखा गया था। जो आज भी उसी तालाब में रखा हुआ है। खुले में रखा ट्रांसफार्मर हादसे को दावत दे रहा है। ट्रांसफार्मर का निचला हिस्सा पानी से छू रहा है। आगे भी किसी प्रकार का सुरक्षा घेरा नहीं लगा है। इनमें लगी केबल भी जीर्ण शीर्ण हैं। ट्रांसफार्मरों में लगे क्लैंप टूट चुके हैं। ट्रांसफार्मर जल जाने व फेस उड़ने पर कर्मचारियों को सबसे ज्यादा दिक्कत आती है। विद्युत कर्मी को तालाब के पानी में उतरकर जान जोखिम में डालकर जाना पड़ता है। पानी को छू रहा यह ट्रांसफार्मर आस-पास के किसानों के लिए कभी भी जानलेवा हो सकता है। तालाब के आसपास गांव के किसानों के खेत है। गांव के निवासी अवधेश कुमार ने बताया कि यह ट्रांसफार्मर तालाब में दशकों से रखा है। ट्रांसफार्मर फुंकने व फेस उड़ने पर कोई भी कर्मचारी दुरुस्त करने के लिए राजी नहीं होता है। रामहरख ने बताया कि तालाब के आसपास आधा दर्जन किसानों के खेत है। बारिश में तालाब भर जाने पर खेतों में करंट फैलने का डर बना रहता है।
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तालाब में रखे ट्रांसफार्मर की जानकारी मिली है। तालाब का पानी कम होते ही ट्रांसफार्मर दूसरे स्थान पर रखा जाएगा।
ऐहत्शाम सुलतान, अवर अभियंता, विद्युत उपकेंद्र कुर्सी। शहर में चार घंटे गुल रही बिजली
बाराबंकी : सितंबर माह में उमस के दौरान भी बिजली कटौती बंद नहीं हो रही है। रविवार को चार घंटे की गई बिजली कटौती से परेशान रहे। शहर के मोहल्ला कानूनगोयान, श्रीराम वाटिका कॉलोनी, आवास विकास, लाजपतनगर, लखपेड़ाबाग में चार घंटे से अधिक बिजली कटौती की गई। कानूनगोयान निवासी सुशील गुप्ता, अरुण गुप्ता व गयासनगर निवासी अनूप गुप्ता ने बताया कि सितंबर माह में बिजली कटौती आए दिन कटौती की जा रही है। शिकायत करने पर भी सुनवाई नहीं की जा रही है। कहा, न तो अवर अभियंता सुनते हैं और न ही उपखंड अधिकारी सुनवाई करते हैं। एसडीओ अमितेश्वर गोस्वामी का कहना है जितनी बिजली उपभोक्ताओं को मिल रही है। उतनी उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति दी जा रही है अगर कोई लोकल फाल्ट होती हैं तो उसको भी तत्काल सही कराया जाता है