गेहूं खरीद ठप कहीं बिचौलियों की मनमानी
बाराबंकी : किसानों की आय दोगुनी करने में समर्थन मूल्य का लाभ दिलाना सरकार की प्राथमिकता म
बाराबंकी : किसानों की आय दोगुनी करने में समर्थन मूल्य का लाभ दिलाना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है पर जिस तरह गेहूं खरीद हो रही है उससे ऐसा नहीं लगता कि समर्थन मूल्य योजना किसानों की आय दोगुनी करने में अपनी भूमिका निभाएगी क्योंकि अब तक जिले में सात हजार किसान भी इस योजना से लाभान्वित नहीं हो पाए हैं। शुक्रवार तक लाभान्वित होने वाले किसानों की संख्या मात्र 6808 रही। इन किसानों से अब तक लक्ष्य 95 हजार मीट्रिक टन के सापेक्ष 37357 मीट्रिक टन हुई है। छोटे किसानों को क्रय केंद्रों पर पूछने वाला नहीं हैं। यही कारण है कि करीब 40 फीसदी खरीद होने के बावजूद किसानों की संख्या नहीं बढ़ पा रही। जिले में संचालित 109 गेहूं क्रय केंद्रों में सबसे ज्यादा 56 क्रयकेंद्र पीसीएफ के हैं जिनकी प्रगति बहुत ही खराब है। नैकॉफ क्रय एजेंसी के नौ क्रय केंद्र अभी तक संचालित नहीं हुए हैं।
शुक्रवार को नवीन मंडी स्थित क्रय केंद्रों पर करीब 40 ट्रॉली गेहूं तौल के इंतजार में दिखाई पड़ा। एफसीआइ के क्रयकेंद्र पर कुरौली के श्रीकांत का गेहूं की तौल एक हफ्ते बाद हुई। इसी के बगल यूपी एग्रो के क्रयकेंद्र पर तौल ठप थी। क्रेंद्र के कर्मचारी राजेश ने बताया कि एक ट्रॉली तौल हो चुकी है श्रमिक विश्राम कर रहे हैं। इसी दौरान किसी नेता का फोन आया तो राजेश उन दो लोगों को खोजने में जुट गए जिसने फोन कराया था।
लगे बोली तो मिले मूल्य : गेहूं तौल कराने के इंतजार में बैठे मिले कुरौली के किसान सुरेंद्र कुमार ने क्रय केंद्र पर लंबा इंतजार व खुले बाजार में गेहूं का मूल्य अच्छा न होने पर ¨चता जताई। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आढ़तियों को ढाई प्रतिशत कमीशन पर खरीद के लिए सरकार ने नामित किया है। ऐसे में वहां किसानों का गेहूं समर्थन मूल्य 1735 रुपये से ज्यादा में हाथों हाथ बिक रहा है।
बंद मिला क्रय केंद्र : हैदरगढ़ क्षेत्र के ग्राम मवइया की साधन सहकारी समिति पर संचालित क्रय केंद्र पर शुक्रवार को दोपहर 12 बजे तौल बंद थी। किसान मोतीलाल, हजारीलाल, रामअचल व गंगा ने क्रय केंद्र प्रभारी का इंतजार कर रहे थे, एक पल्लेदार ने बताया कि क्रयकेंद्र प्रभारी जिला मुख्यालय पर गए हैं जब वह आएंगे तभी गेहूं तौला जाएगा। डेढ़ बजे गेहूं क्रय केंद्र पेचरुवा में भी तौल ठप रही। क्रयकेंद्र प्रभारी के जिला मुख्यालय जाने की बात एक श्रमिक ने बताई।
भटक रहे किसान : पौने दो बजे क्रय केंद्र लिल्हौरा के सामने गेहूं लदी दो दर्जन ट्रालियां खड़ी दिखाई पड़ी मगर तौल नहीं हो रही थी। केंद्र प्रभारी ओम प्रकाश पांडे ने ने कहा कि पल्लेदार न होने से तौल नहीं हो पा रही। जबकि यहां मौजूद ग्राम रौली के किसान धर्मेन्द्र ¨सह, बरांवा के शिवनायक, हरिपालपुर के शिवप्रकाश, जितिन ¨सह व राम बहादुर परेशान मिले। ढाई बजे दतौली चंदा गांव स्थित एफसीआइ के क्रय केंद्र पर भी तौल ठप मिली। जबकि दो दर्जन ट्रालियां गेहूं से लदी खड़ी थी। रौली गांव के किसान पृथ्वीराज ¨सह, जगदीश त्रिवेदी, वहरामऊ के उमेश ¨सह व अनिल ने बताया कि कई दिनों के इंतजार के बावजूद तौल नहीं हो पा रही। जबकि केंद्र प्रभारी अर¨वद कुमार ने कहा कि बिना टोकन वाले किसानों का गेहूं नहीं तौला गया है।