नहीं पहुंची एंबुलेंस, नवजात की मौत
नहीं पहुंची एम्बुलेंस नवजात की मौत
बाराबंकी : विभिन्न मांगों को लेकर एंबुलेंस 108 और 102 के चालक सोमवार को हड़ताल पर चले गए। मंजीठा के पास चालकों ने विरोध प्रदर्शन किया। हड़ताल के चलते सुबह से मरीज बेहाल रहे। कई मरीज अपने वाहन से अस्पताल पहुंचे। हैदरगढ़ क्षेत्र में एंबुलेंस न मिल पाने के चलते नवजात की मौत हो गई। जिले में 102 की 44 व 108 की 36 एंबुलेंस संचालित हैं।
पोखरा : हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के सुबेहा के मिशनपुरवा मजरे जमीन हुसैनाबाद के श्रीराम गुप्ता की पत्नी शालिनी को हैदरगढ़ सीएचसी पर सुबह छह बजे प्रसव हुआ। नवजात की हालत बिगड़ने पर चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इस पर एंबुलेंस को फोन किया गया पर बात नहीं हो सकी। इससे उसकी मौत हो गई। दोपहर बाद पति बाइक से बच्चे के शव को लेकर चला गया। उन्हें निजी वाहनों से मरीजों को ले जाना पड़ा। डॉ. सुनील पंकज ने बताया कि सुबह बच्चा ठीक था। बाद में उसकी तबियत खराब होने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया था। तीमारदार समय से नहीं ले जा सके जिससे उसकी मौत हो गई।
किया विरोध प्रदर्शन : मंजीठा के पास एंबुलेंस चालकों ने विरोध प्रदर्शन किया। रविकांत माली, प्रदीप कुमार, पंकज, नकुल कुमार, सुनील, अरविद, चंद्रभूषण, ब्रजभूषण का कहना है कि एंबुलेंस भर्ती के नाम पर करोड़ों की धन उगाही व ईएमटी के प्रशिक्षण के नाम पर 50 हजार रुपये तथा पायलट से 25 हजार रुपये वसूलती है जो अन्य राज्यों में नहीं लिया जाता है। इसे बंद कराया जाए। पायलट प्रोजेक्ट के नाम पर पुराने कर्मचारियों को बंधुओं मजदूर बनाने की प्रक्रिया को बंद किया जाए।
पुलिस बल रहा तैनात : जिला चिकित्सालय, कोठी सीएचसी, हैदरगढ़ सीएचसी पर सुबह से ही पुलिस बल तैनात किया गया था। सुबह 11 बजे के बाद एंबुलेंस चालकों ने सेवाएं ठप कर दीं। हैदरगढ़ कोतवाली के चौबीसी गांव निवासी गुरुप्रसाद की पत्नी सुमित्रा (45) को सोमवार को रक्तस्त्राव हो रहा था। परिवारजन उसे हैदरगढ़ सीएचसी ले गए, जहां से रेफर किया गया। परिवारजन उसे निजी वाहन से ले गए।