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प्रदेश की सभी 108 व 102 एंबुलेंस की बाराबंकी में होगी फिटनेस

स्वास्थ्य विभाग की प्रदेशभर में संचालित 108 व 102 एंबुलेंस की फिटनेस बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में हो रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 11:23 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 11:23 PM (IST)
प्रदेश की सभी 108 व 102 एंबुलेंस की बाराबंकी में होगी फिटनेस

निरंकार जायसवाल, बाराबंकी :

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स्वास्थ्य विभाग की प्रदेशभर में संचालित 108 व 102 एंबुलेंस की फिटनेस बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में हो रही हैं। दरअसल, अब फिटनेस प्रक्रिया हाईटेक हो गई है और एम वाहन फिटनेस एप के जरिए ही वाहन की फिटनेस होती है। वहीं, मुख्तार अंसारी एंबुलेंस प्रकरण के बाद बढ़ी सख्ती से भी इसे जोड़कर देखा जा रहा है। वर्ष 2012 में स्वास्थ्य विभाग ने 108 एंबुलेंस सेवा शुरू की थी। इसके लिए करीब 1600 एंबुलेंस खरीदी गई थीं और यूरो-थ्री मानक की एंबुलेंस होने के कारण वाहनों का पंजीयन बाराबंकी एआरटीओ में कराया गया था। मुख्य चिकित्साधिकारी के नाम से पंजीकृत इन एंबुलेंस को प्रदेश के सभी जिलों को आवंटित कर दी गई थीं। कुछ माह पहले परिवहन विभाग ने एम वाहन फिटनेस एप से फिटनेस प्रक्रिया शुरू की गई, जिसके लिए वाहन को लाना अनिवार्य हो गया है। शनिवार को भी कानपुर से तीन और लखनऊ से दो एंबुलेंस यहां फिटनेस के लिए लाई गई थीं।

पहले थी यह व्यवस्था : एम वाहन फिटनेस एप से पहले इन एंबुलेंस की फिटनेस के लिए संबंधित जिले के एआरटीओ में तैनात संभागीय निरीक्षक तकनीकी को एंबुलेंस दिखाकर तकनीकी रिपोर्ट बाराबंकी भेज दी जाती थी। इससे वाहन को बिना यहां लाए फिटनेस प्रक्रिया पूरी हो जाती थी। लेकिन, अब इस एप में उसी जिले के वाहनों के नंबर दिखाते हैँ जो उस जिले में ही पंजीकृत है। इसलिए अब पुराना तरीका बेकार हो गया है।

मुख्तार की एंबुलेंस की चर्चा : बिना फिटनेस के सभी नियम ताख पर रखकर चल रही मुख्तार अंसारी का प्रकरण जब प्रकाश में आया तो पूरे प्रदेश की एंबुलेंस की फिटनेस प्रक्रिया शुरू हुई। यही नहीं एआरटीओ ने इस संबंध में सीएमओ को पत्र भेजा और फिर रिमांइडर भेजा है।

प्रभावित हो रही स्वास्थ्य व्यवस्था : गाजियाबाद, बनारस, मेरठ और दूर-दूर के तमाम ऐसे जिले हैं जहां से एंबुलेंस लाने, फिटनेस कराने और वापस जाने में तीन से पांच दिन तक लग जा रहे है। ऐसे में उस जिले की इमरजेंसी सेवा पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।

--------------- एप से फिटनेस प्रक्रिया शुरू होने के चलते सभी एंबुलेंस वाहनों को बाराबंकी आना पड़ रहा है। बिना यहां आए वाहनों का फिटनेस नहीं हो सकता है। पंकज सिंह, एआरटीओ प्रशासन, बाराबंकी


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