Move to Jagran APP

नियमों की अनदेखी से बढ़ते हैं हादसे

यातायात के नियमों की अनदेखी जान पर भारी पड़ती है। इन घटनाओं को रोकने व टालने के लिए यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की ओर से जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 10:53 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 10:53 PM (IST)
नियमों की अनदेखी से बढ़ते हैं हादसे

निरंकार जायसवाल, बाराबंकी :

loksabha election banner

यातायात के नियमों की अनदेखी जान पर भारी पड़ती है। इन घटनाओं को रोकने व टालने के लिए यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की ओर से जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। इतना ही नहीं नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है। निरंतर कार्रवाई के बावजूद लोग नियमों को तोड़ने को अपनी शान समझते हैं। सीट बेल्ट और हेलमेट के खिलाफ निरंतर अभियान चलता है। इसके बावजूद लोग इसका पालन नहीं करते। चलते वाहन में शराब के जाम टकराना और हाईवे पर स्थित ढाबों पर बेतरतीब वाहन खड़ा करना युवाओं का फैशन सा बन गया है। यातायात माह, यातायात सप्ताह, सड़क सुरक्षा सप्ताह आदि मौकों पर लोगों को जागरूक किया जाता है, पर कोविड-19 के नियमों की तरह यातायात नियमों का भी कोई पालन स्वयं नहीं करना चाहता। नाबालिग भी भर रहे फर्राटा : नाबालिग गियर वाले वाहन चलाने के लिए अधिकृत नहीं होते हैं, लेकिन नवयुवक और स्कूली छात्र-छात्राएं सड़कों पर आपस में रेस मिलाते और खतरनाक ड्राइविग करते देखे जा सकते हैं। जबकि, नाबालिग को वाहन चलाने पर नियम बहुत सख्त कर दिए गए हैं। नाबालिग के वाहन चलाते पकड़े जाने पर दस हजार रुपये का जुर्माना और उसके पिता पर मुकदमा कराने का प्रावधान है। आलम यह है कि पुलिस और परिवहन विभाग मुकदमा तो दूर जुर्माना तक नहीं करता। एसआरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि अक्टूबर माह में दो नाबालिग का चालान किया गया था, पर मुकदमा नहीं लिखाया गया।

गलत दिशा से आती मौत : चंद मिनट बचाने के लिए लोग डिवाइडर के कट तक जाने के बजाए सड़क पर गलत दिशा पर चलते हैं। इससे अक्सर सामने से आ रहे वाहन टकराते हैं और लोगों की जान चली जाती है। वर्ष 2010 में रामसनेहीघाट में अयोध्या हाईवे पर गलत दिशा से आ रहे ट्रैक्टर-ट्राली से टकराकर एक पूर्व मंत्री जमुना निषाद सहित सात लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना कुछ दिन पहले ही एक इनोवा कर दुर्घटनाग्रस्त हुई। इसमें छह की मौत हुई थी। कोतवाली नगर क्षेत्र में हुए हादसे में केंद्र व राज्य सरकार में कार्यरत अधिकारी दंपती मौत के शिकार हुए। यह भीषण हादसे बानगी मात्र हैं। गलत दिशा से आने वाले वाहन काल से कम साबित नहीं होते। इनसेट : नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई का ब्योरा नियम का उल्लघंन

एआरटीओ टीएसआइ कुल चालान

सीट बेल्ट व हेलमेट 1500 500 2000

ओवर स्पीड यदाकदा 25 25 50

नशे में ड्राइविग 03 30 33

ओवर लोडिग 150 25 175

अनफिट वाहन 35 शून्य 35

रिफ्लेक्टर 50 शून्य 50

अवैध पार्किंग 40 150 190

नो इंट्री शून्य 30 30

गलत दिशा में चलना शून्य 12 12

नाबालिग चालक दो (अक्टूबर) शून्य 02 --------------- यातायात के नियमों का स्वयं पालन करें तो हम भी सुरक्षित रहेंगे और दूसरों को भी खतरा नहीं रहेगा। समझाने, जागरूक और कार्रवाई के बावजूद भी लोगों में सड़क पर चलने का धैर्य नहीं दिखता।

संजय पांडेय, उपनिरीक्षक यातायात, बाराबंकी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.