अभिजन गन्ना को 'वरदान', 10 वर्ष उगाएंगे किसान
दीपक मिश्रा बाराबंकी गन्ना किसानों के लिए अभिजन बीज वरदान से कम नहीं है। यह गन्ना 10 वष
दीपक मिश्रा, बाराबंकी : गन्ना किसानों के लिए 'अभिजन' बीज वरदान से कम नहीं है। यह गन्ना 10 वर्ष तक बीज के लिए उपयुक्त पाया गया है। तमिलनाडु के इस बीज को शाहजहांपुर गन्ना अनुसंधान केंद्र ने विकसित किया है। गन्ना विभाग इस बीज का इस्तेमाल करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है। इसके तहत पहले साल 50 रुपये और दूसरे वर्ष 25 रुपये प्रति क्विटल अनुदान भी दिया जाएगा। बीज बेचने के लिए बाराबंकी में इसकी 20 नर्सरियां उगाई जाएंगी।
अभी तक गन्ने की अन्य प्रजातियों को पांच वर्ष तक ही बीज के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। इसके बाद उत्पादन औसत से अधिक घटने के कारण किसानों को दूसरे बीज की तलाश करनी पड़ती थी। इस समस्या का हल तमिलनाडु के कोयबंटूर अनुसंधान संस्थान ने निकाल लिया है। वहां से अभिजन बीज (कोसा 0238) को लाकर शाहजहांपुर गन्ना अनुसंधान केंद्र ने यहां की मिट्टी के अनुरूप विकसित कर लिया है।
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519 क्विटल का लक्ष्य :
गन्ना विभाग किसानों को 400 रुपये प्रति क्विटल की दर से बीज देगा। यह गन्ना सिर्फ बीज के लिए मिलेगा। शासन से जिले को 519 क्विटल गन्ना बीज लक्ष्य आवंटित है। एक किसान को अधिकतम 25 क्विटल ही दिया जा सकेगा।
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आंकड़ों पर एक नजर :
-अभिजन की बीज की उम्र-10 वर्ष
-गन्ना किसान-16100
-बोया जाने वाला रकबा-9700 हेक्टेयर
-शासन से मिला लक्ष्य-519 क्विटल
-समितियां-05
-उगेंगी नर्सरियां-20
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कोट
गन्ना बीज की नर्सरी लगाने के इच्छुक किसानों का चयन शुरू कर दिया गया है। उनसे डिमांड लेकर शाहजहांपुर से अभिजन गन्ना बीज मंगाया जाएगा। इस बीज से गन्ने की पैदावार डेढ़ गुना बढ़ जाएगी।
- रत्नेश्वर त्रिपाठी, जिला गन्ना अधिकारी, बाराबंकी।
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