आखिरी दिन भी स्कूल नहीं पहुंच सके 84 शिक्षक
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बाराबंकी : शिक्षक बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता के प्रति कितना संजीदा हैं, वह विद्यालय बंद होने के आखिरी दिन दिखा। वाट्सएप निगरानी में 84 अध्यापक ऐसे हैं, जो विद्यालय नहीं पहुंचे। सीडीओ ने सभी गैरहाजिर शिक्षकों के वेतन काटने का आदेश दे दिया है। सोमवार को सभी विद्यालय बंद हो गए, अब 40 दिन बाद एक जुलाई को खुलेंगे।
जिले में 3056 प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैं। इनमें लगभग 12 हजार शिक्षक हैं। इधर, सीडीओ की पहल पर वाट्सएप पर शिक्षकों की निगरानी हो रही है। लगातार शिक्षक गैरहाजिर हो रहे हैं। 20 मई को सभी विद्यालय गर्मियों में बंद होने थे, आखिरी दिन भी 84 शिक्षक ऐसे निकले जो स्कूल नहीं पहुंच सके। यह ऐसे शिक्षक हैं जो न तो बीमार है और न ही इन पर कोई समस्या है। इसके बावजूद भी अध्यापक बच्चों को आखिरी दिन अवकाश देने तक नहीं पहुंचे। सोमवार को रामनगर में 14, पूरेडलई में एक, निदूरा में छह, हरख में छह, सूरतगंज में एक, सिद्धौर में 10, बंकी में दो, फतेहपुर में 15 शिक्षक अनुपस्थित रहे। जबकि हैदरगढ़ में पांच, बनीकोडर में एक, सिरौलीगौसपुर में पांच, दरियाबाद में तीन, त्रिवेदीगंज में चार, देवा में 11 और शहर में चार अध्यापक स्कूल नहीं गए। खास बात तो यह है कि शहर में सबसे नजदीक स्कूल हैं, इसके बाद भी अध्यापक पढ़ाने नहीं गए। सीडीओ मेधा रूपम ने बताया कि सभी गैरहाजिर शिक्षकों के वेतन काटने का आदेश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया गया है।