172 पर मुकदमा 22 गिरफ्तार, आइजी ने लिया जायजा
तहसील में बनें कमरों को धार्मिक स्थल बताकर अवैध कब्जा हटाने के विरोध में शुक्रवार रात हुए बवाल और पथराव मामले में पुलिस ने 22 नामजद सहित कुल 172 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने रातों-रात 22 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
बाराबंकी : तहसील में बनें कमरों को धार्मिक स्थल बताकर अवैध कब्जा हटाने के विरोध में शुक्रवार रात हुए बवाल और पथराव मामले में पुलिस ने 22 नामजद सहित कुल 172 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने रातों-रात 22 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है। शनिवार सुबह आइजी अयोध्या डा. संजीव गुप्ता ने भी घटना स्थल का जायजा लिया और एसपी यमुना प्रसाद सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर सख्त कार्रवाई के दिशा निर्देश दिए हैं।
बवाल के बाद से मौके पर भारी पीएसी व पुलिस बल तैनात है। वहीं उपद्रवियों के हमले में घायल उपिनरीक्षक रामेश कुमार पांडेय, लक्ष्मीकांत सिंह और सिपाही योगेंद्र सिंह चौधरी सहित तहसीलकर्मी नायब नाजिर का उपचार कराया गया। रात भर चली कार्रवाई में पुलिस ने मौके से खड़े मिले आरोपितों के 12 वाहन बरामद कर सीज किए हैं। पुलिस ने कुल 22 आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके पास से दो तमंचा, चार कारतूस, 16 लाठी अथवा डंडा और चार चाकू भी बरामद किए हैं। इन पर हुआ मुकदमा : इस प्रकरण में उपनिरीक्षक महेंद्र सिंह की ओर से दर्ज मुख्य मुकदमे में 22 नामजद शामिल हैं। जिसमें इरशाद, समीर, मो. इश्तियाक उर्फ सोनू, मो. इरफान, कल्लू, अरशद, सदरे आलम, इंसान अली, अब्दुल रहमान, फिरोज अहमद, सईद, मो. आरिफ, इम्तियाज, मो. नसीम, मो. राशिद, मो. सईम, वारिस अली, नियाज अली, इम्तियाज पुत्र मो. इस्लाम, साहिल, नूर आलम, शमीम नामजद और 150 अज्ञात शामिल हैं। पुलिस ने सभी नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। क्या है मामला : एसडीएम दिव्यांशु पटेल ने पैमाइश कर तहसील में बने दो कमरों को खाली करने के लिए नोटिस दी थी, जिसके खिलाफ लोग हाईकोर्ट गए थे। जहां उनका पक्ष खारिज कर अग्रिम कोर्ट में अपील के लिए 15 दिन का समय दिया था। इसके बाद एसडीएम ने कमरों के सामने बैरीकेडिग करवा तहसील के गेट को हटाकर दीवार बनवा दी थी और अब यहां धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगा दी गई थीं। एहतियात के तौर पर वहां 24 घंटे पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से काबू में हैं। मौके पर पीएसी और पुलिस बल तैनात है। गिरफ्तार आरोपितों को कोर्ट से जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है और अज्ञात लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। हाईकोर्ट के निर्णय का अनुपालन कराया जाएगा।