महिला किसान श्री विधि से उगाएंगी धान
जिले में 600 महिला किसान श्री विधि से धान की खेती कर अपनी आय दोगुना करेंगी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी इन महिला किसानों को विशेषज्ञों ने खेती करने के तौर-तरीके बताए। कहा कि यह नई तकनीक है। इस अपनाने से ढाई गुना ज्यादा उपज होगी।
जागरण संवाददाता, बांदा : कम बीज व पानी से अधिक उत्पादन के लिए प्रयोग की जाने वाली श्रीविधि का बांदा में भी प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत 600 महिलाओं को प्रशिक्षित किए जाने की योजना है।
विकास भवन सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना द्वारा श्री विधि से खेती करने के लिए टीओटी (टेक्निकल आफ ट्रेनिग) कार्यक्रम आयोजित किया गया। सीडीओ हरिश्चंद्र वर्मा ने बताया कि किसानों की आय दोगुनी करने को सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी क्रम में आजीविका मिशन से जुड़ी महिला किसानों को कृषि से संबंधित नई विधियों का उपयोग कर उपज बढ़ाने में दक्ष किया जा रहा है। कहा कि श्री विधि से खेती करने पर परंपरागत विधि की अपेक्षा बीज की मात्रा कम लगती है और पानी भी कम लगता है और उपज अधिक होती है। बुंदेलखंड में पानी की समस्या को देखते हुए कम पानी में पैदा होने वाली फसलों की तरफ प्रेरित करना चाहिए।
इस प्रयोग से ऐसे होगी खेती
कृषि विश्वविद्यालय के डा.जुगल किशोर तिवारी ने कहा कि पहले मृदा परीक्षण कराएं। जिससे खेत के पोषक तत्वों के बारे में जानकारी मिलेगी। फसल बोने के बाद समय-समय पर इसको निराई, गुड़ाई कोनोबीडर के माध्यम से की जाती है। नर्सरी की तैयारी, खेत की तैयारी एवं पौध लगाने के लिए खेत में मार्कर से चिन्ह बनाने के तरीके बताए।
ये रहे मौजूद
इसकी कार्ययोजना बनाई गई है कार्यक्रम में जिला मिशन प्रबंधक निशा सचान, राकेश सोनकर, डिस्टिक रिसोर्स पर्सन कमल मिश्रा, हनीफ खान, ब्लॉक से हिमांशु, आशीष ,अरविद, धीरेंद्र,विकास, प्रभात व मोहन, अनिल उपस्थित रहे।