बिना सुरक्षा हो रही विवि की परीक्षा, नोडल अधिकारी को मिली धमकी
जागरण संवाददाता बांदा बुंदेलखंड विश्व विद्यालय द्वारा इन दिनों वार्षिक परीक्षा का आयोजन कराया
जागरण संवाददाता, बांदा : बुंदेलखंड विश्व विद्यालय द्वारा इन दिनों वार्षिक परीक्षा का आयोजन कराया जा रहा है। मगर पुलिस विभाग द्वारा इन परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई गई। इससे परीक्षा केंद्र बने महाविद्यालयों में अराजकता का माहौल है। इतना नहीं परीक्षा के दौरान नकल पकड़ने पर सहायक नोडल अधिकारी को धमकी भी मिल रहीं है।
महाविद्यालय की परीक्षा एक मार्च से जिले के 32 परीक्षा केद्रों में चल रही हैं। परीक्षा में प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की जाती थी। लेकिन इस वर्ष किसी भी केंद्र पर एक भी सुरक्षाकर्मी को तैनात नहीं किया गया है। जबकि कई केंद्र दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों में बनाए गए हैं। कोतवाली नगर के रेउना में 7 मार्च को एक परीक्षार्थी को लेने आए अभिभावक की अराजक तत्वों ने बाइक फूंक दी थी। इसकी शिकायत पुलिस से की गई थी। सहायक नोडल अधिकारी परीक्षा डा.पंकज सिंह ने बताया कि नरैनी के सीताराम समर्पण महाविद्यालय में अतर्रा का सेंटर आया है। छात्रों के अराजकता करने से स्थिति गड़बड़ाने लगती है। इसी तरह मुरवल के शिवमोहन सिंह रामौतार सिंह महाविद्यालय में भी सुरक्षा व्यवस्था न होने से समस्याएं आ रही हैं।
-----
उच्चाधिकारियों से कई बार की गई सुरक्षा की मांग
बांदा : सहायक नोडल अधिकारी ने बताया कि कई बार उच्चाधिकारियों से मांग करने के बावजूद केद्रों में सुरक्षा कर्मी नहीं लगाए गए। उन्होंने बताया कि 28 फरवरी को पुलिस अधीक्षक गणेश साहा, 9 मार्च को डीआइजी व 17 मार्च को जिलाधिकारी हीरालाल को पत्र देकर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की मांग की गई थी। जिलाधिकारी ने अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल को सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के निर्देश दिए थे। लेकिन अभी तक इन केद्रों में सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं किए गए।
-----
नोडल दस्ते को मिल रही धमकी
- सहायक नोडल अधिकारी डा. पंकज सिंह ने बताया कि उनके नेतृत्व में तीन सदस्यों का नोडल दस्ता प्रतिदिन परीक्षा केद्रों पर नकलचियों पर कार्रवाई कर रहा है। दस्ते में तैनात विभागीय अधिकारियों को केंद्रों के परीक्षार्थियों से धमकी मिल चुकी है। नोडल दस्ते को भी अधिकारियों ने सुरक्षा कर्मी नहीं उपलब्ध कराए हैं। इससे उन्हें सुरक्षा का खतरा सताता रहता है