पैर पसार रहा डेंगू तीन और मरीज मिले
जिले में बुखार के बाद अब डेंगू भी पांव पसरा रहा है। हर दिन एक-दो मरीज डेंगू से पीड़ित मिल रहे हैं। शुक्रवार को तीन मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले। इलाज के बाद दो को कानपुर रेफर कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, बांदा : जिले में बुखार के बाद अब डेंगू भी पांव पसरा रहा है। हर दिन एक-दो मरीज डेंगू से पीड़ित मिल रहे हैं। शुक्रवार को तीन मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले। इलाज के बाद दो को कानपुर रेफर कर दिया गया है। अब तक जिले में आठ डेंगू के मरीज मिल चुके हैं।
वायरल फीवर के प्रकोप से मौतों का सिलसिला जारी है। वहीं डेंगू के भी मरीज बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को बुखार से पीड़ित तीन मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले तो अस्पताल प्रशासन हरकत में आ गया। शहर कोतवाली क्षेत्र के गायत्री नगर मोहल्ला निवासी जानकी प्रसाद की 19 वर्षीय पिकी कई दिनों से बुखार से पीड़ित है।स्वजनों ने हालत बिगड़ने पर शुक्रवार को उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पैथालाजी जांच में डेंगू की पुष्टि हुई। इसी तरह कालू कुआं मोहल्ला निवासी 50 वर्षीय रमा तिवारी को पिछले एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। परिजनों ने जांच कराई तो डेंगू की पुष्टि हुई। घर वालों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं जवाहर नगर मोहल्ले की 55 वर्षीय फूला को स्वजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जांच में उसके डेंगू होने की पुष्टि हुई। इनमें पिकी व रमा को हालत गंभीर होने पर कानपुर रेफर किया गया है।
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स्वास्थ्य विभाग हुआ चौकन्ना :
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.संतोष कुमार ने डेंगू के बढ़ते मरीजों को लेकर सभी अस्पतालों में डेंगू वार्ड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से बचाव के लिए दवा का छिड़काव करने और लोगों को जागरूक करने के लिए कैंप आदि लगवाने के भी निर्देश दिए हैं। उधर, सीएमएस डा.संपूर्णानंद ने बताया कि जिला अस्पताल में इस माह अब तक डेंगू से करीब 8 मरीज आए हैं। इन मरीजों के लिए अस्पताल में अलग वार्ड की व्यवस्था की गई है।
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डेंगू के लक्षण :
-ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार चढ़ना -सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना -आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना
-बहुत ज्यादा कमजोरी लगना
-भूख न लगना और जी मितलाना और मुंह का स्वाद खराब होना -गले में हल्का-सा दर्द होना -शरीर खासकर चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज होना
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ये सावधानी बरतें मरीज :
-ठंडा पानी न पीएं, मैदा और बासी खाना न खाएं।
-खाने में हल्दी, अजवाइन, अदरक, हींग का ज्यादा-से-ज्यादा इस्तेमाल करें।
-इस मौसम में पत्ते वाली सब्जियां, अरबी, फूलगोभी न खाएं।
-हल्का खाना खाएं, जो आसानी से पच सके।
-पूरी नींद लें, खूब पानी पीएं और पानी को उबालकर पीएं।
-मिर्च मसाले और तला हुआ खाना न खाएं, भूख से कम खाएं, पेट भर न खाएं।
-खूब पानी पीएं, छाछ, नारियल पानी, नीबू पानी आदि खूब पिएं।
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डेंगू में आयुर्वेदिक दवा कारगर :
आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी डा.राजेश राजपूत ने बताया कि आयुर्वेद में डेंगू का अच्छा इलाज है। घरेलू उपचार इसमें कारगार है। एक कप पानी में एक चम्मच गिलोय का रस (अगर इसकी डंडी मिलती है तो चार इंच की डंडी लें। उस बेल से लें, जो नीम के पेड़ पर चढ़ी हो), दो काली मिर्च, तुलसी के पांच पत्ते और अदरक को मिलाकर पानी में उबालकर काढ़ा बनाए और 5 दिन तक लें। थोड़ा-सा नमक और चीनी भी मिला सकते हैं। इस काढ़ा को दिन में दो बार लें। सुबह नाश्ते के बाद और रात में खाना से पहले।