एक करोड़ से बने बस स्टैंड में पथ रहे उपले, बना खेल मैदान
संवाद सहयोगी, अतर्रा : नगर में लगभग ढाई दशक पहले बने रोडवेज बस स्टैंड को आज भी शुरू हो
संवाद सहयोगी, अतर्रा : नगर में लगभग ढाई दशक पहले बने रोडवेज बस स्टैंड को आज भी शुरू होने का इंतजार है। लाखों रुपये की लागत से बना बस स्टैंड आज बच्चों के खेल का मैदान बना है। साथ ही नगरवासियों की ओर से परिसर की जमीन का इस्तेमाल में कंडे पाथने में किया जा रहा है। भवन जर्जर हालत में हो गया है।
सपा कार्यकाल के वर्ष 1994 में तत्कालीन परिवहन मंत्री सुरेंद्र पाल वर्मा ने बस स्टैंड की नींव राष्ट्रीय राजमार्ग बदौसा रोड टेलीफोन एक्सचेंज के पास रखी थी। जोकि लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से बन कर तैयार भी हो गया। पर यहां बसों का ठहराव तो दूर विभागीय कर्मचारी तक कि नियुक्ति नही हो सकी । निर्माण के ढाई दशक गुजरने के बाद आज भी बस स्टैंड संचालन शुरू होने का इंतजार कर रहा है। इतने वर्षों में वहां बने प्रतीक्षालय सहित कमरों के खिड़की दरवाजे तक टूट कर गायब हो चुके हैं। वहां बच्चे खेल का मैदान बनाकर क्रिकेट खेलते हैं। साथ ही आसपास के ब¨सदे बस स्टैंड के मैदान में जानवर बांधने के साथ ही गोबर के उपले बना इकठ्ठा करते हैं।
जमीन में झाड़ियां व पेड़ पौधे तक उग आए हैं। देखने से ही भवन व आसपास की जगह वीरान होने की गाथा बयां कर रही है। जबकि यहां झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग होने के कारण प्रतिदिन आधा सैकड़ा रोडवेज बसों का आवागमन होता है। स्थायी बस स्टैंड में बसे न खड़ी कर उन्हें सड़क किनारे खड़ा किया जाता है। बदौसा रोड व बाँदा रोड में ही बसें खड़ी हो सवारियों को बैठाती व उतारती हैं। नगर के विनय मिश्रा, नीशू दुबे, प्रकाश त्रिवेदी, रमाकांत अवस्थी व कपड़ा व्यवसायी मनीष अग्रवाल का कहना है कि जिन चिन्हित स्थानों में बसे खड़ी होती है वहां न तो यात्री प्रतिक्षालय बना है और न ही कोई सुविधाएं हैं। अलबत्ता रोड किनारे से बसों का संचालन होने से कस्बे में जाम की समस्या जरूर होती है।चुनाव के समय केवल नेताओं को नगर की समस्या दिखाई देती है।फिर निर्वाचित होने के बाद कोई ध्यान नही देता, वरना ढाई दशक गुजरने के बावजूद बस स्टैंड खंडहर में तब्दील ना होने पाता।
--
-8 दिसम्बर को जिलाधिकारी ने रोडवेज बस स्टैंड का निरीक्षण कर परिवहन विभाग के उच्चाधिकारियों से स्टैंड को शुरू कराने के निर्देश दिए थे। शीघ्र ही स्टैंड शुरू कराकर वहां से बसों का संचालन कराया जाएगा। -सौरभ शुक्ला, एसडीएम