तैनाती के साथ ही मेडिकल पर गई शिक्षिका, स्कूल में ताला
तैनात महिला शिक्षक ने लिया मेडिकल नहीं खुल रहा स्कूल - शिक्षकों के आभाव से बिगड़ी व्यवस्था ड्रेस वितरण भी नहीं बीएल साहू नरैनी शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था के चलते नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता में गिरावट आ रही है। प्राथमिक विद्यालय धोबिनपुरवा में सप्ताह भर से ताला लटका है। छात्र-छात्राओं को निराशा के साथ स्कूल से वापस लौटना पड़ता है। स्कूल का ड्रेस वितरण का कार्य तक पूरा नहीं हुआ है।
संसू नरैनी : विभाग की लचर व्यवस्था से प्राथमिक विद्यालयों के शैक्षिक स्तर में गिरावट आ रही है। ऐसा ही कुछ नरैनी ब्लाक में देखने को मिला। प्राथमिक विद्यालय धोबिनपुरवा में पांच माह बाद एक शिक्षिका की तैनाती की गई तो वह भी मेडिकल पर चली गई। इससे स्कूल में एक सप्ताह से ताला लगा हुआ है।
तहसील क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय धोबिनपुरवा कुलसारी में पंजीकृत छात्र-छात्राओं की संख्या करीब 55 है। स्कूल में जहां पांच माह से कोई शिक्षक की तैनाती नहीं थी। मात्र एक महिला संबंद्ध शिक्षामित्र के भरोसे स्कूल चल रहा था। जबकि उसकी तैनाती प्राथमिक विद्यालय बलदेव पुरवा कुलसारी में थी। शिक्षकों के न होने के बावजूद ब्लाक संसाधन केंद्र की ओर से वहां संबंद्ध शिक्षा मित्र को वापस अपने तैनाती स्थल विद्यालय बल्देव पुरवा भेज दिया गया है। जिसके चलते प्राथमिक विद्यालय धोबिनपुरवा में एक सप्ताह से ताला बंद है। प्रतिदिन बच्चे स्कूल पढ़ने जाते हैं लेकिन विद्यालय का ताला न खुलने के कारण उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ता है। इस गंभीर समस्या को ग्रामीणों ने संकुल प्रभारी भोला पटेल को अवगत कराया गया लेकिन उन्होंने कोई विशेष तवज्जो नहीं दिया । इतना ही नहीं संबंधित अधिकारी भी अपने औचक निरीक्षण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं। जिससे शिक्षा का स्तर क्षेत्र में शून्य हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में बच्चों को अभी तक ड्रेस, किताबों, व जूतों का भी वितरण नहीं किया गया। ऐसे में नौनिहाल कैसे पढ़कर आगे बढ़ेंगे अपने आप में सवाल खड़े कर रहा है। जबकि शिक्षक की तैनाती के मामले में एक बीएसए शिवऔतार का कहना है कि 3 अगस्त को महिला शिक्षक अनामिका की तैनाती स्कूल में गई थी। उनके मेडिकल में जाने से यह दिक्कत आ रही है।
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- खंड शिक्षा अधिकारी को भेजकर मामले की जानकारी कराई जाएगी। स्कूल अगर बंद की स्थिति में मिला तो वहां की व्यवस्था में शीघ्र सुधार कराया जाएगा।
- हरिश्चंद्रनाथ ने बेसिक शिक्षा अधिकारी