नौ घंटे पढ़ाई के बाद पहले ही प्रयास में शिवम ने हासिल की सफलता
संवाद सहयोगी अतर्रा कड़ी मेहनत और नजरों के सामने लक्ष्य हो तो मंजिल पर पहुंचना आसान होता
संवाद सहयोगी अतर्रा : कड़ी मेहनत और नजरों के सामने लक्ष्य हो तो मंजिल पर पहुंचना आसान होता है। यही साबित किया है अतर्रा के होनहार ने। लगन के साथ नौ घंटे की पढ़ाई की और मेहनत रंग लाई, नतीजा पहले ही प्रयास में कंपनी सेक्रेटरी ऑफ इंडिया की फाउंडेशन प्रोग्राम की परीक्षा दिसंबर 2020 में देश में 19वीं रैंक हासिल की। उसकी सफलता ने न केवल तहसील बल्कि जनपद का नाम रोशन किया है। घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।
नगर के नरैनी रोड निवासी व्यवसायी कृष्णकुमार के छोटे पुत्र शिवम गुप्ता ने प्रारंभिक शिक्षा के बाद तथागत ज्ञानस्थली सीनियर सेकेंडरी हाईस्कूल से हाईस्कूल 85 फीसद व इंटर 71 फीसद अंकों से पास की थी। स्वजन ने शिक्षा के प्रति उसके लगाव को देखकर कानपुर के पीपीएन कालेज में बीकॉम की पढ़ाई के लिए प्रवेश दिलाया। वह वर्तमान सत्र में फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है। बीकॉम की पढ़ाई के साथ ही शिवम ने कंपनी सेक्रेटरी फाउंडेशन की तैयारी करते हुए फार्म भर दिया और पहले ही प्रयास में सफलता मिल गई।
कानपुर के आनंदपुरी में रहता मौसा के घर
पढ़ाई के लिए वह कानपुर के आनंदपुरी निवासी ऑटो मोबाइल व्यवसायी मौसा किशोर कुमार के घर पर रहता है। दूरभाष पर हुई वार्ता में शिवम ने बताया कि इसके लिए समय सारिणी बना नियमित नौ घंटे पढ़ाई की। अब आगे कंपनी सेक्रेटरी फाउंडेशन की दूसरे व तीसरे चरण की परीक्षा के लिए अधिक परिश्रम करना है। टीवी पर केवल न्यूज व क्रिकेट को पसंदीदा बताते हुए शिवम ने बताया कि फुर्सत में क्रिकेट खेलना पसंद करता है। मेधावी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, बड़े भाई अर्जुन, गुरुजनों सहित कानपुर निवासी मौसेरे भाई अनुज गुप्ता को दिया है। शिवम के पिता कृष्णकुमार ने बताया कि पुत्र की पढ़ाई के प्रति लगनशीलता ने ही उसे इस मुकाम पर पहुंचाया है। जिससे आज नगर ही नहीं बल्कि जनपद का नाम रोशन किया है। पोते की सफलता की खुशी में बाबा लल्लूराम सुबह से सभी को मिठाई खिला गर्व जताते रहे।