दुरेड़ी खदान से भी राजस्व को लगाया जा रहा चूना
जागरण संवाददाता, बांदा : चंद दिनों पूर्व शासन के निर्देश पर भले ही बांदा प्रशासन ने बड़ी कार्र
जागरण संवाददाता, बांदा : चंद दिनों पूर्व शासन के निर्देश पर भले ही बांदा प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी रायल्टी के मामले का पर्दाफाश किया हो। मगर मुख्यालय से चंद कदम दूर स्थित दुरेड़ी खदान में भी राजस्व को चूना लगाया जा रहा है। खदान संचालक रायल्टी से लेकर ओवरलो¨डग तक में खेल किया जा रहा है। ट्रक चालकों से से निर्धारित रायल्टी से कई गुना अधिक धनराशि वसूली जा रही है। वहीं खदान से चंद कदम दूर महोबा रोड के किनारे हजारों घन फीट बालू अवैध ढंग से डंप कर रखा है। यहां से महंगे दामों में बालू की बिक्री की जा रही है।
ये हैं रायल्टी के सरकारी रेट
दुरेड़ी खंड-तीन में खनिज विभाग ने 150 रुपये घन मीटर की दर से रायल्टी की दर निर्धारित की है। लेकिन यहां संचालक द्वारा शासनादेशों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। ट्रक चालकों को रायल्टी दर से कई गुना 500 से 600 रुपये प्रति घन मीटर की दर से रायल्टी वसूली जा रही है। जबकि रसीद 150 घनमीटर की ही दी जा रही है।
अवैध रूप से डंप बालू की हो रही बिक्री
एकलव्य महाविद्यालय के पास संचालक ने करीब सात हजार घन मीटर बालू डंप कर ली है। यहां से अवैध तरीके से बालू की बिक्री की जा रही है। इतना ही नहीं ओवरलोड ट्रकों की धमाचौकड़ी दिन राहत रहती है। लेकिन संभागीय परिवहन विभाग इस पर कभी कार्रवाई नहीं करता। यदि प्रशासन यहां कार्रवाई करे तो यहां भी मानपुर की फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।
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डंप मौरंग की मेरे पास कोई जानकारी नहीं है। अगर ऐसा हो रहा है तो छापा मारकर कारवाई की जाएगी। किसी को भी मौरंग डंप करने व अतिरिक्त रेट पर वसूली करने की अनुमति नहीं है।
- शैलेंद्र ¨सह, खनिज अधिकारी।