महिलाओं की पीड़ा दबाने के बजाए निराकरण कराएं
जागरण संवाददाता, बांदा : राज्य महिला आयोग सदस्य कुमुद श्रीवास्तव ने बुधवार को यहां कलेक्ट्रेट
जागरण संवाददाता, बांदा : राज्य महिला आयोग सदस्य कुमुद श्रीवास्तव ने बुधवार को यहां कलेक्ट्रेट में महिला जनसुनवाई की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बेटियों को हर हाल में न्याय मिले। उन्हें संस्कारित किया जाए। ताकि वे गलत राह न अपनाएं। उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए। कहा कि महिलाओं की पीड़ा दबाने के बजाए अधिकारी उन्हें त्वरित न्याय दिलाएं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाओं पर हर हाल में अंकुश लगाएं। महिला थानाध्यक्ष एवं पुलिस अधिकारियों से कहा कि जनपद में महिला उत्पीड़न की घटनाओं की तत्काल सुनवाई करें और उनका निराकरण कराएं। उन्होंने समाज कल्याण द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी हासिल की। कहा कि योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को समय से दिया जाए। समाज कल्याण अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि वृद्धावस्था पेंशन का समय से वितरण किया जा रहा है। पारिवारिक लाभ के 766 लाभार्थियों को सुविधा दी जा चुकी है। 180 लाभार्थियों की जांच की जा रही है। शादी-विवाह के 786 अनुसूचित जाति और 121 सामान्य जाति के लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में 149 जोड़ों की शादी कराई गई हैं। अत्याचार निवारण संबंधी 134 मामलों को निस्तारित किया जा चुका है। बीएसए हरिश्चंद्र नाथ ने सभी विद्यालयों में जूता, मोजा, बैग, पुस्तकें आदि का वितरण होने का दावा किया। कहा कि विद्यालयों में निर्धारित मेन्यु के अनुसार बच्चों को भोजन भी दिया जा रहा है। आयोग सदस्य ने कस्तूरबा विद्यालयों के बारे में भी जानकारी ली। इसके बाद कुमुद श्रीवास्तव महिला जिला अस्पताल पहुंची। यहां मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल की। महिला मरीजों के भोजन में शिकायत पर सीएमएस को कड़ी फटकार लगाई।
मंडल कारागार में महिला बैरिक में बंद महिलाओं से सुविधाओं के बारे में पूछा। खान-पान, कंबल आदि की जानकारी ली। कस्तूरबा गांधी विद्यालय, महोखर में छात्राओं से मुलाकात की। उनसे शिक्षा संबंधी सवाल-जवाब किए। शैक्षिक गुणवत्ता कमजोर मिलने पर बीएसए पर नाराजगी जताई और सुधार के निर्देश दिए। उनके साथ डिप्टी कलेक्टर संदीप कुमार व पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे।