गरीब महिलाओं के उत्थान में अहम भूमिका निभाएं संदर्भदाता
जागरण संवाददाता बांदा उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत शहर के एक होट
जागरण संवाददाता, बांदा : उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत शहर के एक होटल में चल रहे आंतरिक प्रोफेशनल रिसोर्स पर्सन के दस दिवसीय प्रशिक्षण का शुक्रवार को समापन हो गया। अंतिम दिन प्रमाण पत्र और बैग सौंपते हुए उपायुक्त ने कहा कि गरीब महिलाओं के उत्थान में संदर्भदाता अहम भूमिका निभाएं।
एनआरएलएम के प्रशिक्षण में प्रशिक्षकों ने महिला संदर्भदाताओं को कई विषयों पर जानकारी दी। स्टेट रिसोर्स पर्सन जियाउल हक ने इस दौरान कहा कि आप क्लस्टर स्तर के संदर्भदाता हैं। अच्छे से प्रशिक्षण लेकर अपने समूह ग्राम संगठन एवं सीएलएफ को मजबूत करें। जिला प्रबंधक राकेश कुमार सोनकर ने कहा कि समूह गठन एवं निष्क्रिय समूहों को सक्रिय बनाएं। डीआरपी हनीफ खान ने महिलाओं को सूक्ष्म ऋण योजना, रिवाल्विंग फंड और सामुदायिक काडर को सहयोग करने की जानकारी दी। महोबा से आए डीआरपी राजीव सिंह ने समूहों के खाता खुलवाने, बैंक लिकेज, ग्राम संगठन और संकुल स्तरीय संघ का मासिक प्रतिवेदन भरे जाने के बारे में जानकारी दी। महिलाओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान एक दिवसीय नरैनी ब्लाक क्षेत्र के कालिजर संकुल केंद्र का भ्रमण कराया गया। यहां किए जा रहे कार्य के बारे में जाना। कालिजर में समूह की ओर से बन रहे डिस्प्ले बोर्ड व ब्लाक परिसर में अरहर दाल यूनिट को देखा। इसके बाद उन्हें कालिजर दुर्ग का भ्रमण कराया गया। प्रशिक्षण में बांदा की नौ, औरैया जिले से 11, इटावा जिले से 14, जालौन जिले से चार महिला संदर्भदाताओं ने प्रतिभाग किया।