बारिश ने फिर बदला मौसम, उमस से मिली राहत
जागरण संवाददाता बांदा दो दिन की तेज धूप व उमस के बाद एक बार फिर मेघ मेहरबान हो गए। द
जागरण संवाददाता, बांदा: दो दिन की तेज धूप व उमस के बाद एक बार फिर मेघ मेहरबान हो गए। दोपहर में हुई तेज बारिश ने गर्मी में राहत देने का काम किया है। दिन भर मौसम सामान्य बना रहा। हालांकि खरीफ की दलहनी - तिलहनी फसलों के लिए पानी को नुकसान दायक माना जा रहा है।
सितंबर का महीना आधे से ज्यादा बीत गया। बारिश का सिलसिला अभी रूक- रूक कर जारी है। पिछले दिनों तेज बरसात हुई थी। इसके बाद कई दिनों तक लोगो को तेज धूप के कारण उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को सुबह से ही घने बाद छाए रहने के कारण बारिश की सभावनाबनी रही। दोपहर में तेज गरज के साथ झमाझम बारिश हुई। इसके बाद दिनभर मौसम सामान्य बना रहा। उधर मौसम विज्ञानी इस बारिश को दलहनी- तिलहनी फसलों के हिसाब से बेहतर नहीं मान रहे। क्योकि पानी से तिल, मूुग जैसी फसलों को नुकसान हो सकता है। इनमें फली निकल रही है। उरद में नमी के कारण कीट व कई तरह की बीमारियां लगने का खतरा बढ़ जाता है। बारिश धान भर के लिए फायदेमंद है, लेकिन यदि बाल निकल रही है तो धान को फायदा कम नकुकसान ज्यादा है। बदलते मौसम की बारिश में बिजली गिरने की संभावना अधिक
बांदा: बारिश के दौरान अक्सर तेज गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरती है। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी बताते हैं कि बारिश में अक्सर बिजली गिरती है। लेकिन जब भी बदलते मौसम में बारिश होती है, उस समय आकाशीय बिजली अधिक गिरती है। मौसम विज्ञानी बताते हैं कि बारिश के दौरान पेड़ के नीचे नहीं खड़े होना चाहिए साथ ही खंभा आदि से भी दूर रहें। - सितंबर के दूसरे पखवारे में बारिश तिल, मूुंग व उरद जैसी फसलों के लिए नुकसान दायक है, क्योकि इन फसलों में इस समय फली निकल रही है।
डा.दिनेश साहा, मौसम विज्ञानी कृषि विश्वविद्यालय, बांदा।