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नीतू शुक्ला प्रकरण में कांस्टेबल समेत दो पर हत्या का मुकदमा

जागरण संवाददाता बांदा कमासिन थाने में तैनात महिला सिपाही की मौत के मामले में आखिरकार

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Mar 2019 10:28 PM (IST)Updated: Sun, 31 Mar 2019 06:23 AM (IST)
नीतू शुक्ला प्रकरण में कांस्टेबल समेत दो पर हत्या का मुकदमा
नीतू शुक्ला प्रकरण में कांस्टेबल समेत दो पर हत्या का मुकदमा

जागरण संवाददाता, बांदा : कमासिन थाने में तैनात महिला सिपाही की मौत के मामले में आखिरकार एक साल बाद रिपोर्ट दर्ज की गई। रिपोर्ट में सिपाही व एक अन्य का नाम दर्ज किया गया है। भाई की माने तो उक्त कार्रवाई हाईकोर्ट के जिला अदालत को सुनवाई के निर्देश के बाद की गई।

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कौशांबी जनपद के थाना मोहब्बतपुर अंतर्गत ग्राम तुलसीपुर निवासी 22 वर्षीय महिला कांस्टेबल नीतू पुत्री अनिल शुक्ला की 14 मई 2017 में कमासिन थाने में तैनाती हुई थी। चार सितंबर 2018 को कमरे में उसका शव संदिग्ध परिस्थितियों में दुपट्टे के फंदे से लटका मिला। तब इस मामले में थाने में ही तैनात कुछ सिपाहियों पर उंगली उठी थी। नीतू के पिता अनिल शुक्ला भी पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं। पुलिस विभाग में होने के बावजूद वह अपनी बेटी की मौत के मामले में न्याय के लिए दर-दर भटकते रहे। नीतू के भाई अधिवक्ता राघवेंद्र शुक्ला ने उच्चाधिकारियों से कई बार न्याय की गुहार लगाई। मगर मामला विभागीय होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित परिवार को जब न्याय नहीं मिला तो उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया। भाई राघवेंद्र ने 19 नवंबर 2018 को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में 156 (3) के तहत प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन अदालत ने जांच चलने का हवाला देते हुए इसे खारिज कर दिया था। कहीं से न्याय मिलता न देख पीड़ित परिवार ने हाईकोर्ट में अपील की। हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए 28 फरवरी 2019 को सीजेएम कोर्ट दिशा- निर्देश जारी कर दिया। सीजेएम कोर्ट रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश करती, इससे पहले ही पूर्व में दिए गए एसपी के प्रार्थना पत्र के आधार पर कमासिन थाने में 21 मार्च 2019 को हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। कमासिन में तैनात तत्कालीन कांस्टेबल हरेंद्र पाल को नामजद करते हुए दो को आरोपित बनाया गया है। आरोपित कांस्टेबल हरेंद्र पाल वर्तमान में पुलिस लाइन में आरआइ के मुंशी पद पर तैनात है। इस संबंध में न तो थाना प्रभारी मुंह खोलने को तैयार हैं और न ही उच्चाधिकारी कुछ बता रहे हैं। सीओ बबेरू से जानकारी करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने बाहर होने की बात बताई। मृतका के भाई राघवेंद्र ने मुकदमा दर्ज होने की पुष्टि की है।

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नीतू प्रकरण एक नजर :

4 सितंबर को नीतू ने कमरे में आत्महत्या की

5 सितंबर को परिजनों ने हत्या का लगाया आरोप

7 सितंबर को रहस्यमय हालातों में मिला नीतू का सुसाइड नोट

8 सितंबर को पुलिस कप्तान ने पीसी बुलाकर मामले का पटाक्षेप कराने का दिया भरोसा

10 सितंबर को क्षेत्राधिकारी मामले में बयान दर्ज करने पहुंचे कमासिन थाना

11 सितंबर : घटना के जुड़े तीन पुलिस कर्मी गए अवकाश पर


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