मां ने गाया गीत तो पैरों को थाम न सके डीएम व सीडीओ
जागरण संवाददाता, बांदा : मौका था पुराने साल की विदाई। विकास भवन में पार्टी सजी। परिवार के ल
जागरण संवाददाता, बांदा : मौका था पुराने साल की विदाई। विकास भवन में पार्टी सजी। परिवार के लोग एक साथ एकत्रित हुए तो पद की दूरियां खत्म हो गई। जिलाधिकारी, हो या सीडीओ या कार्यालय का कोई छोटा कर्मचारी। सभी मंच पर एक साथ थिरकते नजर आए।
विकास भवन परिसर में रविवार को विकास परिवार मिलन समारोह का अयोजन किया गया। जिसमें कर्मचारियों के जिलाधिकारी हीरालाल, सीडीओ हीरालाल, डीडीओ ज्ञानेंद्र त्रिवेदी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी अपने परिवार के साथ शरीक हुए। सीडीओ व उनकी पत्नी ने देश भक्ति पर गीत प्रस्तुत किए। तो डीएम ने दोनों को सम्मानित किया।
इस मौके पर सीडीओ की बुजुर्ग माता जी खुद को रोक नहीं सकीं उन्होंने माइक पकड़कर गीत गुनगुनाया। तो अधिकारी सहित कर्मचारी ठुमके लगाने को मजबूर हो गए। डीएम ने कहा कि यदि आदमी की नियत, नीति, मंशा सही है तो किसी भी कार्य को करने में कोई बाधा नहीं आ सकती हैं।
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चंदे से जुटाई कार्यक्रम की राशि
फेस्टेबल पार्टी के लिए विकास भवन में संचालित सभी विभागों से चंदा वसूला गया। इसकी जिम्मेदारी पंचायतीराज विभाग की एक महिला कर्मचारी को सौंपी गई थी। कर्मचारियों से 500 से 2000 रुपये तक और अधिकारियों से 2000 से 5000 रुपये तक चंदा जुटाया गया। कार्यक्रम में करीब दो लाख रुपये तक खर्च बताया गया।
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संविदा कर्मियों में रही निराशा
पंचायतीराज विभाग में संविदा पर कार्य कर रहे स्वच्छ भारत मिशन के कर्मचारियों में कार्यक्रम को लेकर कोई उत्साह नहीं दिखा। डीपीआरओ की मनमानी व सीडीओ की अनदेखी के चलते उन्हें तीन माह से मानदेय नहीं मिला। कई कर्मचारी कार्यक्रम में शामिल हुए। जो अधिकारियों को दिखाने के लिए शामिल भी हुए उनके चेहरे लटके हुए थे।