लाल सोना कर रहा मालामाल, हर रोज 15 लाख कमाई
लाल सोना जिले में डेरा जमाए दूर-दराज के बालू कारोबारियों की ही जेब नहीं भर रही बल्कि इससे खाकी भी मालामाल हो रही है। गिरवां थाने के सामने से हर रोज रात में डेढ़ सौ से दो सौ ओवरलोड व बिना प्रपत्र अवैध तरीके से ट्रक गुजरते हैं। प्रति ट्रक आठ हजार रुपये वसूली की जा रही है।
संवाद सहयोगी, बड़ोखर बुजुर्ग : लाल सोना जिले में डेरा जमाए दूरदराज के बालू कारोबारियों की ही जेब नहीं भर रही, बल्कि इससे खाकी भी मालामाल हो रही है। गिरवां थाने के सामने से हर रोज रात में डेढ़ सौ से दो सौ ओवरलोडेड व बिना प्रपत्र अवैध तरीके से ट्रक गुजरते हैं। प्रति ट्रक आठ हजार रुपये वसूली की जा रही है। इस तरह प्रतिदिन 15 से 16 लाख रुपये पुलिस के पास पहुंच रहा है। जिसका उच्चाधिकारियों से लेकर थानाध्यक्ष तक बंदरबांट होता है।
लाल सोने का यह अवैध कारोबार माह भर से चल रहा है। इसके पीछे वजह है कि इस बार देर से और ज्यादा बारिश होने के कारण नदियों के बालू घाट नहीं चालू हो सके। ऐसे में सरहद उस पर एमपी के बालू कारोबारियों की चांदी रही। वहां स्योढ़ा पुल होते हुए बालू ओवरलोड कर बिना कोई रवन्ना व बिल्टी के ट्रक पास होते हैं। गिरवां थाने से स्योढ़ा पुल में बाकायदा एक गुर्गा लगाया गया है। इसकी जिम्मेदारी है कि ट्रकों से वसूली कर थाने में रकम जमा करे। हर ट्रक से आठ हजार रुपये के हिसाब से देखा जाए तो करीब दो सौ गुजरने वाले ट्रकों से 15 से 16 लाख रुपये पुलिस की जेब में पहुंच रहे हैं। इसका बंदरबांट ऊपर तक हो रहा है। इस खेल का संचालन सफेदपोश आकाओं के इशारे पर किया जा रहा है।
ओवरलोडिग से ध्वस्त हो रहा स्योढ़ा पुल
उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश को आपस में जोड़ने के लिए दशक भर पहले बसपा सरकार ने 86 करोड़ की लागत से स्योढ़ा पुल बनवाया था। इस पुल की खासियत यह है कि इस पुल में स्प्रिंग व्यवस्था है। चाहे जितने बार या भारी वाहन निकलेंगे, पुल में इस्प्रिंग होने के कारण ये पुल केवल जंपिग रहेगा। पुल दर्जनों भारी वाहन खड़े होने से जंपिग क्षमता खत्म हो रही है। मध्यप्रदेश से बालू भरे हुए ओवरलोडेड ट्रक 10-10 घंटे खड़े रहते हैं।
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नहीं मानती पुलिस
मौरंग के अवैध कारोबार की जानकारी मिली है। वह जल्द ही इस पर कड़ी कार्रवाई करेंगी। प्रशासन की ओर से ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ कार्रवाई लगातार की जा रही है। लेकिन गिरवां थाने की पुलिस नहीं मानती है।
-बंदिता श्रीवास्तव, एसडीएम, नरैनी