सौभाग्य योजना नही बदल सका तीन मजरों का भाग्य
संवाद सहयोगी अतर्रा तहसील क्षेत्र के ग्राम दिखितवारा क
संवाद सहयोगी, अतर्रा : तहसील क्षेत्र के ग्राम दिखितवारा के तीन मजरों का सौभाग्य योजना के तहत विद्युतीकरण के लिए चयन हुआ था। विद्युत विभाग ने ट्रांसफार्मर, पोल सहित लाइन बिछा दी। साथ ही योजना के तहत मुफ्त कनेक्शन करते हुए लगभग डेढ़ सौ घरों में विद्युत मीटर भी लगा दिए। विभागीय लापरवाही के कारण एक वर्ष बाद भी यह योजना घरों में उजाला नहीं फैला सकी। रोशनी की उम्मीद लिए ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग से लेकर तहसील दिवसों में गुहार लगा चुके हैं। समस्या का निस्तारण नहीं हुआ है। ऐसे में वह अपना दुर्भाग्य समझ घर बैठे हैं और आज भी डिबरी में रात गुजार रहे हैं।
ग्राम दिखितवारा के कल्याणी पुरवा, मोतियारी पुरवा, रमेश प्रधान का पुरवा की आबादी लगभग एक हजार है। विद्युतीकरण न होने के चलते तीन वर्ष पूर्व इन मजरों का चयन सौभाग्य योजना में किया गया था। बीते वर्ष ठेकेदार ने विद्युत पोल व ट्रांसफार्मर लगाते हुए लाइन बिछा दी थी। उसके बाद गांव के मोतियारी पुरवा में 35, कल्याणी पुरवा में 40 व रमेश के पुरवा के 80 घरों में सौभाग्य योजना के तहत मुफ्त कनेक्शन देते हुए मीटर भी लगा दिए गए,पर एक वर्ष गुजरने को है अभी तक मीटरों में करंट न दौड़ने से ग्रामीण ढिबरी युग मे जीने को मजबूर है। ग्रामीण शिशिर कुमार गौतम (विक्की), राजेश, कल्लू आदि ने बताया कि संबंधित विभाग सहित जनप्रतिनिधियों व तहसील दिवसों में विद्युत आपूर्ति शुरू कराए जाने की मांग कई बार किया है,लेकिन हालात जस के तस बने हुए है। इससे सौभाग्य योजना के तहत लगे विद्युत उपकरण शोपीस नजर आ रहे हैं।
क्या कहते हैं योजना के लाभार्थी
- मजरे में विद्युत लाइन बिछने के साथ ही घर मे मीटर लग जाने से उम्मीद जगी थी कि अब हमारा घर भी बिजली से रोशन होगा, लेकिन एक साल से अधिक समय बीतने के बाद उम्मीद समाप्त हो रही है।
-शिवऔतार - घर मे मीटर लगने के बाद बिजली के बोर्ड लगवा लिया था, लेकिन अभी तक बिजली आपूर्ति न होने से सभी उपकरण शोपीस बने हुए है।
-बारेलाल अतर्रा क्षेत्र के इन मजरों में विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो गया है। यहां जल्द ही बिजली आपूर्ति शुरू कराई जाएगी।
-अजय कुमार सविता, अधिशासी अभियंता, ग्रामीण