गांवों में लॉकडाउन बेअसर, प्रधान संभालेंगे कमान
कोविड-19 कोरोना वायरस की महामारी रोकने के लिए शासन ने ग्राम प्रधानों को अहम जिम्मेदारी सौंपी है। वह कोरोना से बचाव के लिए अपनी ग्राम पंचायत में अहम भूमिका निभाएंगे। बाहर से आने व जाने वालों की सूची प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे। साथ ही गांव में कोई सामूहिक कार्यक्रम व खेलकूद पर भी निगाह रखेंगे। ग्रामीणों को घर के अंदर रहने के लिए प्रेरित करेंगे।
जागरण संवाददाता, बांदा : कोरोना की महामारी रोकने के लिए शासन ने ग्राम प्रधानों को अहम जिम्मेदारी सौंपी है। वह कोरोना से बचाव के लिए अपनी ग्राम पंचायत में अहम भूमिका निभाएंगे। बाहर से आने व जाने वालों की सूची प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे। साथ ही गांव में कोई सामूहिक कार्यक्रम व खेलकूद पर भी निगाह रखेंगे। ग्रामीणों को घर के अंदर रहने के लिए प्रेरित करेंगे।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्र सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया है। लेकिन इसका असर अभी ग्रामीण क्षेत्रों में कम दिख रहा है। दिन भर ग्रामीण घरों में रहते हैं, लेकिन शाम को सामूहिक रूप से इकट्ठा होते हैं। इससे लॉकडाउन का असर कम हो रहा है। शासन ने गांवों में भी लॉकडाउन का पालन कराने के लिए प्रधानों को नैतिक जिम्मेदारी सौंपी है। मुख्य सचिव के निर्देश पर मंडलायुक्त गौरव दयाल ने सख्त निर्देश दिए हैं। पालन न होने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
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इन निर्देशों का करना होगा अनुपालन :
-ग्राम पंचायत में बाहर कार्य करने वालों पर नजर रखें। बाहर से आने वालों की सूची प्रशासन को दें।
-गांव से कोई बाहर अपनी रिश्तेदारी नहीं जायेगा और न ही अपने रिश्तेदार को घर बुलायेगा।
-कोई भी व्यक्ति सामूहिक रूप से नहीं बैठेगा, एक दूसरे के घर, दरवाजे पर नहीं जायेगा। सिर्फ अपने परिवार के साथ रहेगा।
-गांव में क्रिकेट, लकड़ी, तास, गुल्ली डंडा जैसे खेलों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाएं।
-कहीं पर भी दो लोग से अधिक व्यक्ति न खड़े हों।
-अनावश्यक रूप से अधिक बाहर न निकलें और न ही बेवजह शहर जाएं।
-एक-दूसरे के गांव में कोई व्यक्ति न जाये और न अपने गांव में किसी को आने दें।
-किसी भी फेरी वाले को अपने गांव में न आने दें।
-शादी, तिलक, मुंडन, तेरही, बरही, भागवत कथा आदि कार्यक्रम स्थगित रहेगें।
-लोगो को हाथों की सफाई व मुंह को ढक कर रहने के प्रति जागरूक करते रहेंगे।
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-सभी प्रधानों से कहा गया है कि वह अपनी ग्राम सभा में नजर रखें और निर्देशों का अनुपालन कराएंगे। जनता को जागरूक करेंगे। ग्रामीणों के सहयोग न करने या किसी भी प्रकार की दिक्कत के लिये एसडीएम व कोतवाली को सूचित करें।
अमित सिंह बंसल
डीएम बांदा