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एक क्लिक पर किसानों के सामने होगा जमीन का नक्शा

जागरण संवाददाता, बांदा : अपनी जमीनों के नक्शे के लिए अब किसानों को लेखपाल व तहसीलों के

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 11:36 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 11:36 PM (IST)
एक क्लिक पर किसानों के सामने होगा जमीन का नक्शा
एक क्लिक पर किसानों के सामने होगा जमीन का नक्शा

जागरण संवाददाता, बांदा : अपनी जमीनों के नक्शे के लिए अब किसानों को लेखपाल व तहसीलों के चक्कर नहीं काटने होगे। कंप्यूटर पर एक क्लिक के साथ ही नक्शा उनके सामने होगा। एक जगह बैठकर प्रदेश की कहीं की भी जमीन की स्थिति देख सकेंगे। एक क्लिक पर पता चलेगा कि गांव में कहां तालाब, खाद-गड्ढे, कुएं, ग्राम समाज की जमीन आदि हैं। तीन बार के परीक्षण के बाद जिले की सभी तहसीलों में जमीन का नक्शा ऑनलाइन कर दिया गया है।

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डिजिटल इंडिया के तहत तहसील प्रशासन ने भी कदम बढ़ाए हैं। ग्राम पंचायतों में ज्यादातर जमीन संबंधी विवाद होते हैं। यह छोटे विवाद मारपीट से लेकर हत्या तक पहुंच जाते हैं। इसके पीछे वजह होती है कि किसानों को अपनी ही जमीन की स्थिति का पता नहीं होता। लेखपाल नक्शा दिखाने के लिए भारी-भरकम सुविधा शुल्क लेते हैं। कई बार लेखपाल के घर व तहसील के चक्कर लगाने पड़ते हैं। लेखपालों की यह मनमानी रोकने और किसानों की परेशानी कम करने के लिए जिले की सभी तहसीलों को हाईटेक कर दिया गया है। जिले के सभी राजस्व गांवों की जमीनों के नक्शे ऑनलाइन कर दिए गए हैं। दिल्ली की कंपनी पेन इंडिया को इसके लिए नामित किया गया है। नक्शा ऑनलाइन करने की सारी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। अब इसका सत्यापन कराया जा रहा है। अभी कंप्यूटर में राजस्व परिषद की वेबसाइट पर भूलेख (डेमो) के तहत नक्से ऑनलाइन देखे जा सकते हैं। पहली सितंबर से ये पूरी तरह ऑनलाइन हो जाएंगे। नक्से ऑनलाइन होने से किसान गांव की बंजर जमीन, सर्वे पिलर, तालाब, कुआं, खाद गड्ढे, शमशान, कब्रिस्तान, हरिजन आरक्षित बस्ती, बगीचा, ग्राम समाज की जमीन का रकबा आदि एक क्लिक पर देख सकेंगे। अब उन्हें लेखपालों की जी-हुजूरी और दौड़ भाग की जरूरत नहीं पड़ेगी। इतना ही नहीं किसान कंप्यूटर के जरिए प्रदेश के किसी भी गांव की जमीन पल भर में देख सकेंगे।

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खसरा-खतौनी पहले हो चुकी ऑनलाइन

जिले की सदर, पैलानी, अतर्रा, बबेरू और नरैनी तहसीलों में किसानों के खसरा व खतौनी पहले ही ऑनलाइन हो चुके हैं। 15 रुपये शुल्क देकर किसान 10 मिनट के अंदर खतौनी हासिल कर सकते हैं। जल्द ही खसरा की ऐसी व्यवस्था की जा रही है।

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सदर तहसील की स्थिति

आबादी : 470543

क्षेत्रफल : 96773

राजस्व गांव : 139

गैर आबाद गांव : 14

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-सत्यापन का कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा। इसके बाद नक्शा ऑनलाइन पूरी तरह शुरू हो जाएंगे। हालांकि ये नक्शे सिर्फ देख सकते हैं। मुकदमे व अन्य किसी कार्य में नक्शा लेखपाल के माध्यम से ही लेना होगा।

-अवधेश निगम, तहसीलदार सदर


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