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झूठ की बुनियाद पर खाकी की इमारत

जागरण संवाददाता, बांदा : महिला उत्पीड़न जैसे अपराधों को लेकर उत्तर प्रदेश की पुलिस कितनी

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 10:08 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 10:08 PM (IST)
झूठ की बुनियाद पर खाकी की इमारत
झूठ की बुनियाद पर खाकी की इमारत

जागरण संवाददाता, बांदा : महिला उत्पीड़न जैसे अपराधों को लेकर उत्तर प्रदेश की पुलिस कितनी सजग है , इसकी बानगी देने के लिए कमासिन थाने में महिला कांस्टेबल द्वारा आत्महत्या कर लेने की घटना पर्याप्त है। यह कोई नई बात नहीं है। जिले के हर थाने में महिला पुलिस कर्मियों का उत्पीड़न खूब हो रहा है। यह बात और है कि अनुशासन के दायरे में रहने की घुड़की के कारण उत्पीड़न के मामले सामने नहीं आ पाते हैं। मृतका कांस्टेबल द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट ने जिले की पुलि¨सग के बारे में काफी कुछ कह दिया है। आखिर किन कारणों से नीतू द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट को छिपाया गया यह लाख टके का सवाल है।

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गुरुवार को नीतू प्रकरण में उस समय नया मोड़ आ गया था जब इस बात का खुलासा हुआ कि नीतू ने मरने के पहले सुसाइड नोट लिखा था। इस बात को पूरे पुलिस महकमे ने दबाया। हो हल्ला हो जाने के बाद काफी कुरेदने पर पुलिस कप्तान ने यह बात स्वीकारी कि हां एक पत्र मिला है जिसकी जांच कराई जा रही है। सूत्र बताते है कि नीतू कई महीने से अवसाद में थी। इसकी साथी सहेलियां भी इस बात की पुष्टि कर रहीं थी कि वह काफी परेशान रहती थी। दरअसल थाने के कुछ सिपाहियों का कार्य व्यवहार उसके प्रति अच्छा नहीं था इसी बात का उसने सुसाइड नोट में जिक्र किया था। इसी बात को छिपाने के लिए जिले की पुलिस को एक के बाद एक झूठ बोलने पड़ रहे हैं।

पांच साल पहले भी एक थाने में महिला उत्पीड़न का आया था मामला

पांच साल पहले भी एक ऐसा ही मामला देहात कोतवाली में आया था । एक महिला पुलिस कर्मी के साथी पुरुष कर्मी द्वारा अभद्रता की गई थी और पूरे मामले में लीपापोती कर दी गई थी। जिले के हर थाने में 4 से 4 महिला कांस्टेबलों की नियुक्ति की गई है।

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महिला पुलिस कप्तान तक हुई हैं अभद्रता का शिकार : महिलाओं का सम्मान कितना सुरक्षित है इसका हाल ही में एक उदाहरण भी देखने को मिला जब एक भाजपाई ने तत्कालीन महिला पुलिस कप्तान शालिनी के विरुद्ध फेसबुक में अभद्र और अश्लील टिप्पणी की थी। ऐसे में पूरे महिला समाज की संरक्षा के लिए किए जाने वाले प्रयासों पर सवाल उठते हैं।

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रात में गश्त पर नहीं जाएगीं महिला पुलिस कर्मी :

पुलिस कप्तान एस आनंद कहते हैं कि रात्रि में कोई थानेदार महिला पुलिस कर्मियों को गश्त पर नहीं ले जा सकेगा। विशेष परिस्थितियों का मूल्यांकन किया जाएगा। कहा महिला पुलिस कर्मियों की सुरक्षा और सम्मान के लिए व्यापक कदम उठाए जाएंगे। कहा कि नीतू प्रकरण पर वह बेहद गंभीर हैं । पूरी पारदर्शिता के साथ जांच कराई जा रही है।

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जिले में महिला कर्मियों की स्थिति :

महिला प्रभारी निरीक्षक : 2

महिला दारोगा : नहीं हैं

हेड कांस्टेबल : 2

कांस्टेबल पद : 26

तैनाती : 124


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