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उतरने लगी केन, खतरे के निशान की ओर पहुंच रही यमुना

मध्य प्रदेश की बारिश से जिले में उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति से अब राहत मिलने लगी है। केन नदी का जल स्तर करीब दो मीटर घटा है। वहीं यमुना नदी में केन व बेतवा का पानी जाने से यह खतरे की निशान की ओर बढ़ रही है। दोपहर में यमुना 95.95 थी वहीं शाम चार बजे यह 96.55 मीटर पर पहुंच गई। उधर बाढ़ राहत के लिए प्रशासनिक अमला पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Aug 2019 10:35 PM (IST)Updated: Tue, 20 Aug 2019 06:20 AM (IST)
उतरने लगी केन, खतरे के निशान की ओर पहुंच रही यमुना

जागरण संवाददाता, बांदा : मध्य प्रदेश की बारिश से जिले में उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति से अब राहत मिलने लगी है। केन नदी का जल स्तर करीब दो मीटर घटा है। वहीं यमुना नदी में केन व बेतवा का पानी जाने से यह खतरे की निशान की ओर बढ़ रही है। दोपहर में यमुना 95.95 थी वहीं शाम चार बजे यह 96.55 मीटर पर पहुंच गई। उधर, बाढ़ राहत के लिए प्रशासनिक अमला पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा है।

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जिले में दशक भर पहले बाढ़ की भीषण विभीषिका झेल चुके जनपदवासियों के जेहन में फिर वही स्थिति कौंधने लगी है। केन नदी के तटवर्ती कनवारा, दरदा, अछरौड़, दुरेड़ी, त्रिवेणी, भूरागढ़, चटचटगन, चहितारा सहित करीब एक सैकड़ा गांव में शुक्रवार को रात में बढ़ते जल स्तर को लेकर ग्रामीण भयभीत रहे। केन का खतरे का निशान 104 मीटर पर है। जबकि नदी का जल स्तर 102.24 मीटर पर पहुंच गया था। केंद्रीय जल आयोग ने शनिवार को केन नदी में जल स्तर खतरे के निशान छूने की संभावना जाहिर की थी। लेकिन रात करीब तीन बजे से जल स्तर स्थिर हो गया। सुबह छह बजे से यह घटना शुरू हो गई। दोपहर में 12 बजे तक केन 99.85 मीटर पर पहुंच गई। शाम चार बजे यह घटकर 99.25 मीटर पर पहुंच गई। 15 सेंटीमीटर की रफ्तार से केन घट रही है। वहीं केन व बेतवा नदी का पानी यमुना में जाने से शनिवार से इसका भी जल स्तर 20 सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से बढ़ने लगा है। केंद्रीय जल आयोग ने यमुना का जल स्तर दोपहर में 12 बजे 95.95 मीटर नापा था। जबकि यह शाम चार बजे 96.55 मीटर पर पहुंच गई। उधर, केन का जल स्तर घटने से राहत व बचाव कार्य की तैयारियों में जुटे प्रशासन ने राहत की सांस ली, वहीं बाढ़ का खतरा टलने पर ग्रामीणों के भी जान में जान आई। एसडीएम सदर संदीप कुमार ने बताया कि कलेक्ट्रेट में खुले बाढ़ नियंत्रण कक्ष में हर की जानकारी ली जा रही है। बाढ़ नियंत्रण चौकियों पर लेखपालों सहित अन्य राजस्व कर्मियों को अलर्ट किया गया है। अभी जिले में बाढ़ की स्थिति सामान्य है।

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तहसीलदार ने किया निरीक्षण

पैलानी : तहसील क्षेत्र में केन व चंद्रावल नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। तहसीलदार राजीव निगम ने बाढ़ से घिरे गांवों का निरीक्षण किया। मौके पर जाकर नावों के संचालन की जानकारी ली। राजस्व कर्मचारियों को जरूरी निर्देश दिए। बाढ़ की वजह से नरी-पलरा संपर्क मार्ग बंद हो गया है।पड़ोहरा-पैलानी, पैलानीडेरा-सिधनकला, गौरीकलां-अमारा सपंर्क मार्ग बंद होने से नाव के सहारे आवागमन हो रहा है। सिधनकला, गुरगवां, बसधरी, लसड़ा, हरवंशपुरवा गांव का संपर्क टूट गया है। राहत के लिए बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया गया है। लेखपालों को हर की रिपोर्ट देने को कहा गया है।


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