पिता व बाबा की डांट से क्षुब्ध होकर दे दी जान
जागरण संवाददाता बांदा स्वजन को बिना जानकारी दिए जानकारी लोन पर बाइक खरीद ली। दूसरी किस्
जागरण संवाददाता, बांदा : स्वजन को बिना जानकारी दिए जानकारी लोन पर बाइक खरीद ली। दूसरी किस्त आने पर जानकारी हुई तो पिता व बाबा ने फटकार लगाई। डांट इतनी बुरी लगी कि किशोर ने फंदे से लटक जान दे दी। इकलौते बेटे का शव देख घर में चीख-पुकार मच गई। पुलिस ने कागजी कार्रवाई कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना फतेहगंज थाना क्षेत्र के जबरापुर गांव की है।
जबरापुर गांव निवासी लालमणी पटेल के इकलौते पुत्र 16 वर्षीय अंशुमान ने स्वजन को जानकारी दिए बिना फाइनेंस पर बाइक खरीदी थी। पहले तो घर वालों से दोस्त की होने की बात कह भरमा दिया। दूसरी किस्त आने पर स्वजन को जानकारी हुई। जिसके बाद पिता व बाबा ने जमकर फटकार लगाई। इससे क्षुब्ध होकर उसने घर में छत पर लगे लोहे के हुक में रस्सी का फंदा डालकर जान दे दी। काफी देर तक नजर नहीं आने पर स्वजन ने तलाश शुरू की, फंदे से शव लटकते देख चीख-पुकार मच गई। सूचना पर पहुंची। फतेहगंज पुलिस ने कागजी कार्रवाई कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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सारी डैड लिख किशोरी ने फंदा लगा जान दी
संवाद सहयोगी, मऊ (चित्रकूट) : थाना क्षेत्र के टिकरा मजरा पूरब पताई में किशोरी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। किशोरी ने सुसाइड नोट में केवल सारी डैडी लिखा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। टिकरा निवासी संतोष कुमार की पुत्री 16 वर्षीय पुत्री श्रेया सिंह पलक ने मंगलवार को दिन में सूने घर पर फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पिता मऊ तहसील में थे। लौट कर घर पहुंचे तो बेटी फंदे पर लटका देखा। थाना प्रभारी गुलाब त्रिपाठी ने बताया कि घटना स्थल पर एक सुसाइड नोट मिला है।जिसमें केवल सारी डैड लिखा हुआ है। पिता ने पूछताछ में बताया है कि उनकी पत्नी का दस वर्ष पहले देहांत हो चुका है। श्रेया इकलौती संतान थी। मंगलवार को ट्यूशन जाने की बात कह रही थी। उन्होंने मना कर दिया था। 16 अगस्त से स्कूल खुल रहे है। उसके बाद कोचिग जाना है। इतना कहकर वह तहसील चले गए थे।