आपदा की घड़ी में भी परिवार नियोजन पर पूरा जोर
को लेकर पूरी तरह गंभीर है। जिले में 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस का आयोजन किया जाएगा। इस बार विश्व जनसंख्या दिवस पखवाड़े की थीम आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी सक्षम राष्ट्र और परिवार की •िाम्मेदारी तय की गई है। सीएमओ कार्यालय में आयोजित बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों और समस्त प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेसिग से •ारूरी निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, बांदा : कोरोना संक्रमण के समय में सरकार परिवार नियोजन को लेकर पूरी तरह गंभीर है। जिले में 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस का आयोजन किया जाएगा। इस बार विश्व जनसंख्या दिवस पखवाड़े की थीम 'आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की •िाम्मेदारी तय की गई है।
सीएमओ कार्यालय में आयोजित बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों और समस्त प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेसिग से •ारूरी निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि महामारी में भी जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए समाज को जागरुक करने के साथ - साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम को गति प्रदान करना अहम है। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर व्यापक व सघन प्रचार - प्रसार किया जाना है। इसके लिए विश्व जनसंख्या दिवस पखवाड़ा दो चरणों में मनाया जाएगा। पहला चरण 27 जून से 10 जुलाई तक व दूसरा चरण 11 से 31 जुलाई तक सेवा प्रदायगी जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जायेगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी कुशल यादव ने बताया कि जिले में 20 से 24 वर्ष तक की लगभग 19 प्रतिशत महिलाओं का विवाह 18 वर्ष की उम्र से पहले हो जाता है। 15 से 49 वर्ष तक की 32.3 प्रतिशत महिलाएं ही किसी भी आधुनिक गर्भनिरोधक विधि का प्रयोग कर रही हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर गर्भनिरोधक साधनों का वितरण करेंगी।