चित्रकूट से जल सत्याग्रह कर लौटे किसान, धरने पर बैठे
जागरण संवाददाता, बांदा : लघु-सीमांत का दायरा बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों का अनशन 39
जागरण संवाददाता, बांदा : लघु-सीमांत का दायरा बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों का अनशन 39 वें दिन भी जा रहा। चित्रकूट से जल सत्याग्रह कर लौटा किसान दिन भर धरने में गगन भेदी नारेबाजी करते रहे। धरने में किसानों ने बैठक कर 31 मई को लखनऊ तक पदयात्रा करने की घोषणा की। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर कतई गंभीर नहीं है। चित्रकूट में होने के बावजूद किसानों से मिलना मुख्यमंत्री ने उचित नहीं समझा। इसलिए अब पदयात्रा कर बुंदेलखंड से करीब एक लाख किसान लखनऊ कूच करेगा।
शनिवार को धरने में झांसी जिले के स्यावरी गांव के किसान व महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। महिला प्रकोष्ठ की संगठन मंत्री सुनैना देवी के नेतृत्व में सुबह से महिलाओं का हुजूम धरना स्थल पर पहुंच गया। सभी किसानों ने लखनऊ कूच करने की वचन बद्धता दोहराई। कहा कि इस बार लखनऊ कूच कर योगी सरकार को सबक सिखाने के लिए प्रत्येक ग्राम से कम से कम सौ महिलाएं व सौ किसान लाठी डंडों से सहित चलेंगे। 31 मई को बुंदेलखंड किसान यूनियन की ओर से लखनऊ की पद यात्रा की जाएगी। जो कि ऐतिहासिक रहेगा। कम से कम एक लाख से अधिक किसान पद यात्रा में सम्मलित होंगे। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल कुमार शर्मा ने कहा कि अब सब्र का बांध टूट चुका है। किसानों ने पूरी तरह आंदोलन की रणनीति तैयार कर ली है। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष किरन पाठक, रानी, कल्पना, शांती, चिरौंजी, रामरती, भूरी, बेनीबाई, राजाबाई, ममता, कौशल, क्रांती, दीनदयाल, कालका प्रसाद, प्रेमकुमार, प्रभुदयाल, संतराम, छक्कीलाल, अजय आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।