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किसानों ने निकाली केन नदी की शव यात्रा

संवाद सहयोगी, नरैनी : कोलावल रायपुर में खनन को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा कम होने का नाम

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 10:09 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 10:09 PM (IST)
किसानों ने निकाली केन नदी की शव यात्रा
किसानों ने निकाली केन नदी की शव यात्रा

संवाद सहयोगी, नरैनी : कोलावल रायपुर में खनन को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को जल सत्याग्रह के बाद शुक्रवार ग्रामीणों ने केन नदी की शव यात्रा निकाली। ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध खनन से जहां उनकी फसलें बर्बाद हो रहीं हैं वहीं केन मृत प्राय हो गई है। जबकि प्रशासनिक अधिकारी शिकायत के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामीण शव यात्रा लेकर जिला मुख्यालय जा रहे थे तभी प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। इस दौरान करीब दो सौ महिला व पुरूष शामिल रहे।

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किसानों का आरोप है कि अवैध खनन को लेकर उनके खेत तबाह हो रहे हैं। उनकी रोजी रोटी छिन रही है। परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है। मगर शिकायत के बाद भी प्रशासन उनकी नहीं सुन रहा है। शिकायत के बाद कार्रवाई न होने से ग्रामीणों ने प्रदर्शन की योजना बनाई। इसकी जानकारी भी पूर्व में प्रशासन को दी गई थी।

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खड़ी फसल को क्षतिग्रस्त कर बनाया गया रास्ता

किसानों का आरोप है कि खनन माफिया ने उनकी खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया और उनके खेतों से जबरन नदी तक वाहनों को ले जाने का रास्ता बनाया गया। इस बारे में जब पट्टा धारक स्टार मार्के¨टग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा किसानों को कोई मुआवजा नहीं दिया गया।

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जन प्रतिनिधियों के खिलाफ भी आक्रोश

अवैध खनन हो लेकर किसानों को गुस्सा प्रशासन तक ही नहीं बल्कि जन प्रतिनिधियों पर भी साफ दिया। ग्रामीणों का कहना है कि वह अपनी शिकायत लेकर जनप्रतिनिधियों के पास भी गए लेकिन सुनवाई नहीं गई। गुरुवार को जल सत्याग्रह के दौरान ¨तदवारी विधायक बृजेश प्रजापति व नरैनी विधायक राजकरण कबीर मौजूद रहे। लेकिन वह भी सिर्फ तमाशबीन ही बने रहे। किसी ने किसानों के प्रति संवेदना तक व्यक्त नहीं की।

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माजूदगी के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई

गुरुवार को किसानों के जल सत्याग्रह ही जानकारी पर प्रशासनिक अमला हरकत में आया तो एडीएम से लेकर अपर पुलिस अधीक्षक तक मौके पर पहुंचे। लेकिन बालू कारोबारियों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।

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डंप के नाम पर हो रहा अवैध खनन

किसानों के साथ जल सत्याग्रह में शामिल संगठन की सरोज फातिमा ने कहा कि इस केन नदी में दूसरे घाट की बालू डंप की जा रही है बालू माफिया बरियारी घाट की बालू अवैध रूप से निकाल रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा शिकायत किए जाने पर गिरवां थाने की पुलिस द्वारा धमकी दी जा रही है अवैध रूप से डंप की गई बालू सीज कर कंपनी के विरुद्ध मामला दर्ज होना चाहिए।

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कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी के आदेश का इंतजार

एडीएम ने कहा कि अवैध ढंग से डंप बालू को सीज कर कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करने की किसानों की मांग के बारे में जिला अधिकारी को अवगत कराया जा चुका है उनका अग्रिम आदेश मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।


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