बांदा में ब्राह्मणों को भोज करा पूर्वजों को दी विदाई
जागरण संवाददाता बांदा पितृ पक्ष के अंतिम दिन लोगों ने सुबह तालाब व नदियों में स्नान कर पिडदा
जागरण संवाददाता, बांदा : पितृ पक्ष के अंतिम दिन लोगों ने सुबह तालाब व नदियों में स्नान कर पिडदान किया। ब्राह्मणों व गाय और कौवों को भोजन कर पूर्वजों को तृप्त किया। पुरोहितों ने पिडदान कराया। पूर्वजों को विदाई देकर उनका आशीर्वाद लिया और परिवार के खुशहाली की कामना की। इस दौरान शहर के नवाब टैंक व केन नदी घाटों पर स्नान-दान करने वालों की भारी भीड़ उमडी।
पितृ पक्ष के समापन पर महिलाओं ने सुबह से स्नान आदि कर घरों में पकवान बनाए। पूर्वजों को खिलाकर खुद प्रसाद चखा। घर के बड़े पुत्रों ने अंतिम दिन तालाब व नदियों में स्नान कर विधि विधान के साथ पितृ विसर्जन किया। शहर के नवाब टैंक, छाबी तालाब और केन नदी के राज घाट आदि में पितृ विसर्जन करने वालों की भारी भीड़ रही। हालांकि सभी लोगों ने इस दौरान कोरोना संक्रमण को लेकर दूरी का पालन किया और मास्क भी लगाए रखा। इस बीच पुरोहितों ने हवन-पूजन संपन्न कराया। लोगों ने पीपल के पेड़ में पूजन-अर्चना कर दीपक जलाया। पिड दान कर पूर्वजों की विदाई दी। उनके खुशहाली की कामना की। इस दौरान पुरोहितों को भी दान दक्षिणा दिया। महिलाओं घरों में पकवान बनाकर पूर्वजों को अर्पित किया। ब्राह्मणों सहित गायों, कुत्तों को खाना खिलाकर पूर्वजों का आशीर्वाद लिया। इसी के साथ गुरुवार को श्राद्ध पक्ष का समापन हो गया।
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धूमधाम से निकाली महबुलिया
बुंदेलखंड का पारंपरिक पूजन महुबलिया का भी समापन हुआ। इस दौरान बालिकाओं ने कांटे भरी डाल में फूलों से सजाया। पूजा आदि करने के बाद सज-धजकर ढोल-बाजे के साथ तालाबों में विसर्जन करने गईं। लौटते समय सभी को प्रसाद वितरित किया। महबुलिया को आकर्षक बनाने के लिए उसे नोटों व रंग-बिरंगों से सजाया गया।