रात ढलते ही सड़क पर उतरे डीएम-एसपी, शहर पर नजर
जागरण संवाददाता बांदा लापरवाही ने एक बार फिर जिले को संकट के दौर में धकेल दिया है।
जागरण संवाददाता, बांदा : लापरवाही ने एक बार फिर जिले को संकट के दौर में धकेल दिया है। जिले में संक्रमण को लेकर हालात भयावह होते जा रहे हैं। संक्रमण ने पुराने रिकार्ड को भी पीछे धकेल दिया है। मरीजों की बढ़ती संख्या देख जिले के शहरी क्षेत्र में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। शनिवार की रात जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह और एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना टीम के साथ खुद सड़क पर उतरे। शहर का भ्रमण किया। जानकारी के अभाव में बड़ी संख्या में लोग सड़क पर नजर आए, जिनको घर जाने की सलाह दी गई और अगले दिन से कर्फ्यू का पालन करने को कहा गया।
शहरी क्षेत्र में रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। जरूरी सेवाओं को ही छूट दी गई है, वह भी पहचान पत्र दिखाने के बाद ही लोग निकल सकेंगे। यह व्यवस्था अभी 18 अप्रैल तक लागू की गई है। शनिवार रात से लगे नाइट कर्फ्यू को लेकर जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह व एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने अन्य अधिकारियों के साथ विकास भवन सभागार में बैठक की। उसके बाद अधिकारियों का काफिला सड़क पर नजर आने लगा। डीएम व एसपी के साथ एडीएम संतोष बहादुर सिंह, एसडीएम सुधीर कुमार व एएसपी महेंद्र प्रताप सिंह का काफिला विभिन्न मार्गों पर पहुंचा। देर रात तक खुली दुकानें बंद करा दी गईं। सड़क पर मौजूद लोगों को नाइट कर्फ्यू का हवाला देकर घर भेज दिया गया। इधर, सीओ राकेश कुमार सिंह और शहर कोतवाल जयश्याम शुक्ला भी लाव-लश्कर के साथ उतरे। फुटपाथ पर लगी खानपान की दुकानों को बंद करा दिया गया। नाइट कर्फ्यू के दौरान दुकानें खुली मिलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
डीएम आनंद कुमार सिंह व एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना महेश्वरी देवी, अलीगंज, गूलरनाका, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड समेत करीब पूरे शहर में देर रात तक घूमते रहे। हर जगह लोगों को जागरूक किया गया। इस दौरान कोविड-19 नियमों का पालन करने पर जोर दिया गया।
जगह-जगह लगाए गए बैरियर
आवागमन प्रतिबंधित होने की वजह से शहर में कई जगह बैरियर लगा दिए गए। रात ढलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। इलाकाई पुलिस की टीम गलियों तक में भ्रमण करते नजर आई। खुली दुकानों को बंद करा दिया गया। बिना मास्क के मिले लोगों को फटकार लगाई गई।
नहीं मिला साधन, लोग पैदल पहुंचे स्टेशन व घर
ट्रेन व बस से बाहर जाने वालों को कोई साधन नहीं मिला। गैर जिलों व प्रदेश से ट्रेन व बस से आने वालों को भी समस्या हुई। सवारी का कोई साधन नहीं मिलने से लोगों ने पैदल ही गंतव्य तक सफर पूरा किया।
सड़क पर सन्नाटा, वाहनों की हुई जांच
रात ढलते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। वाहनों की जांच शुरू कर दी गई। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना बाबूलाल चौराहे पर रात करीब 11 बजे वाहनों की जांच करा रहे थे, तभी एक भाजपा नेता का वाहन भी जद में आ गया। शीशों पर चढ़ी ब्लैक फिल्म उतरवाने के साथ चालान किया गया।
बाजार में पैदल की गश्त, दी चेतावनी
अधिकारियों के काफिले ने प्रमुख बाजार में पैदल गश्त की और लोगों को चेतावनी भी दी। कहा कि पहला दिन है, इसलिए केवल चेतावनी दी जा रही है। उल्लंघन किया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।