ट्रामा सेंटर की सुविधाओं के लिए डीएम ने शुरू की पहल
जागरण संवाददाता, बांदा : ट्रामा सेंटर की अव्यवस्थाओं को लेकर डीएम ने सीएमएस को तलब कर मौज
जागरण संवाददाता, बांदा : ट्रामा सेंटर की अव्यवस्थाओं को लेकर डीएम ने सीएमएस को तलब कर मौजूद संसाधनों की जानकारी ली। अस्पताल को सुसजित करने के लिए ¨बदुवार समस्याओं का प्रापोजल बनाकर शासन को भेजा गया है। इससे ट्रामा सेंटर में जल्द अच्छा उपचार मरीजों को मिलने की संभावनाएं दिखाई पड़ रही हैं। मरीजों को बात-बात पर महानगरों के लिए रेफर होने से निजात मिल जाएगी।
ट्रामा सेंटर की बदहाली के बारे में दैनिक जागरण ने अपने 11 सितंबर के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसमें मरीजों की दर्दभरी दास्तां के साथ वहां के संसाधनों व स्टाफ की कमी को उजागर किया गया था। मामले को डीएम हीरालाल ने गंभीरता से लिया है। सीएमएस डा. किशोरी लाल को तलब करते हुए वहां के बारे में जानकारी मांगी। जिस पर सीएमएस ने बताया कि भवन तो ट्रामा सेंटर का बना है पर वहां जिला अस्पताल की इमरजेंसी चल रही है। चिकित्सकों कम होने के साथ वार्डबाय व अन्य स्टाफ के अभाव की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्टाफ बढ़ने के साथ ही संसाधन भी उसी के अनुसार बढ़ाने की जरूरत है। इस पर डीएम ने अपनी ओर से प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को एक पत्र भेजा है। जिसमें ट्रामा सेंटर को सुविधाओं युक्त बनाए जाने की आवश्यकता दर्शाई गई है। डीएम के इस प्रयास से यहां के मरीजों के लिए एक नई उम्मीद की किरण जगी है।
यह है ट्रामा सेंटर की स्थिति :
ट्रामा सेंटर की लागत - 238.98 लाख
निर्माण पूरा होने की तिथि - वर्ष 2015-216
इन ¨बदुओं पर भेजा गया है पत्र :-
आवश्यकता है :
चिकित्सक - 4 इएमओ, अस्थि सर्जन, सर्जन, एनस्थिसिया, पैथालाजिस्ट, रेडियोलाजिस्ट
उपलब्ध चिकित्सक - सिर्फ तीन स्थाई इएमओ, तीन संविदा चिकित्सक
- खून चढ़ाने की व्यवस्था नहीं है।
- जांच के लिए पैथालाजी का अभाव है।
- एक्सरे व अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था नहीं हैं।
- वेंटिलेटर पर उपचार की सुविधा का अभाव है