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जेल पहुंचे डीएम व एसपी, हर बैरक की ली गई तलाशी

जागरण संवाददाता बांदा गोलियों की तड़तड़ाहट से भले ही चित्रकूट की जेल गूंजी हो लेकिन इ

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 May 2021 10:51 PM (IST)Updated: Sat, 15 May 2021 10:51 PM (IST)
जेल पहुंचे डीएम व एसपी, हर बैरक की ली गई तलाशी

जागरण संवाददाता, बांदा : गोलियों की तड़तड़ाहट से भले ही चित्रकूट की जेल गूंजी हो लेकिन इसकी धमक सबसे ज्यादा बांदा जेल पर दिखाई दी। शुक्रवार को जहां जेल की सुरक्षा को लेकर अधिकारी जायजा लेते रही वहीं शनिवार को एसपी व डीएम खुद भारी के साथ जेल के अंदर दाखिल हो गए। हर बैरक की बारीकी से तलासी लेने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया जाएगा। इस दौरान बंदियों से समस्याएं भी पूंछी और बंदियों को मास्क देने के भी आदेश दिए। भारी फोर्स की आमद और तलासी को देखते हुए कैदियों व बंदियों में हलचल रही।

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डीएम आनंद कुमार सिंह, एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना, एएसपी महेंद्र प्रताप चौहान समेत कई प्रशासनिक अधिकारी के अलावा कोतवाली व चौकियों का फोर्स करीब एक बजे मंडल कारागार पहुंचा। जेल के अंदर निरीक्षण के दौरान सभी बैरकों की जांच और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। डिप्टी जेलर ने बताया कि कारागार में कुल 1025 बंदी निरुद्ध हैं। जिसमें विचाराधीन बंदी 648, दोष सिद्ध 319, अल्प व्यस्क बंदी 16, महिला बंदी 45 निरुद्ध हैं। वर्तमान में कारागार में कुल 567 बंदियों को रखने की क्षमता है।

पंखे-टीवी मिले चालू हालत में, समस्या नहीं आई कोई

बैरकों के निरीक्षण में पंखे व टीवी चालू हालत में मिले। बंदियों से उनकी समस्याएं पूछीं गईं, किसी भी बंदी ने कोई समस्या नहीं बताई। बैरकों में रखे सामान की तलाशी के दौरान कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ। डीएम ने डिप्टी जेलर को निर्देश दिया कि सभी बंदियों को मास्क अवश्य पहनाए जाएं। किसी कीमत में कोई वर्जित सामग्री अंदर न आ सके।

22 बंदी जेल अस्पताल में हैं भर्ती

जेल अस्पताल के चिकित्सक डॉ. धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि वर्तमान में जेल अस्पताल में कुल 22 बंदी भर्ती हैं। जिलाधिकारी ने भर्ती बंदियों से उनकी बीमारियों के संबंध में जानकारी ली, भर्ती बंदियों ने कोई भी समस्या नहीं बताई। अपर जिला मजिस्ट्रेट (नमामि गंगे) एमपी सिंह, संतोष बहादुर सिंह, एएसपी महेंद्र प्रताप चौहान, नगर मजिस्ट्रेट केशवनाथ गुप्त, एसडीएम सदर सुधीर कुमार, सीओ राकेश कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

दूध व गैस सिलिडर वाले रोक दिए गए बाहर

निरीक्षण के लिए एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना के अलावा पुलिस अधिकारी, दारोगा समेत बड़ी संख्या में पुलिस जवानों की टीम करीब पौने एक बजे जेल पहुंच चुके थे। करीब पंद्रह मिनट बाद डीएम के पहुंचते ही टीम जेल के अंदर चली गई। इस दौरान आने वाले दूधिये और गैस सिलिडर वालों को मुख्य द्वार पर ही रोक दिया गया। किसी को भी अंदर प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी गई।


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