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कोरोना पॉजिटिव जेई सीबीआइ को मिला निगेटिव

जागरण संवाददाता बांदा निलंबित जेई रामभवन की रिमांड को लेकर कोशिश करते समय उसे कोरा

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 11:27 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 11:27 PM (IST)
कोरोना पॉजिटिव जेई सीबीआइ को मिला निगेटिव

जागरण संवाददाता, बांदा : निलंबित जेई रामभवन की रिमांड को लेकर कोशिश करते समय उसे कोरोना पॉजिटिव बताया गया था, लेकिन गुरुवार को जब वह सीबीआइ को मिला तो रिपोर्ट 'निगेटिव' रही। इससे आशंका है कि उसे रिमांड से बचाने के लिए मिलीभगत कर कोरोना पॉजिटिव घोषित करने की साजिश रची गई थी। अब इसका भी राजफाश सीबीआइ कर सकती है, क्योंकि टीम ने सीएमओ से भी कोविड प्रोटोकॉल से जुड़ी जानकारियां ली हैं।

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सीबीआइ टीम के सवालों और आगे की जांच से बचने के लिए निलंबित जेई रामभवन ने पूरा जोर लगाया। 10 साल तक बच्चों के यौन शोषण में लिप्त रहने के बाद जब वह सीबीआइ टीम के हत्थे चढ़ा तो लगातार बरगलाने की कोशिश में जुटा है। कानूनी दांवपेंच के तहत उसने रिमांड से बचने के लिए वैश्विक महामारी का भी सहारा लिया। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने से उसे जेल के अस्पताल में अलग कक्ष में रखा गया था। आरोपित को यकीन था कि संक्रमित होने की वजह से उसे सीबीआइ को नहीं सौंपा जाएगा। हालांकि, उसकी यह मंशा पूरी नहीं हुई। जेल सूत्रों के मुताबिक, आरोपित में कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे। अब इसकी जांच करके सीबीआइ इससे पर्दा उठा सकती है। स्वास्थ्य महकमे के जानकार बताते हैं कि आरटीपीसीआर जांच के बाद एंटीजन टेस्ट का तुक नहीं बनता है। अभी उसकी दोबारा जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। उल्लेखनीय है कि सीबीआइ अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह, सहायक शासकीय अधिवक्ता मनोज दीक्षित और बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं देवदत्त त्रिपाठी व अनुराग सिंह की बहस के बाद चौथी पेशी 24 नवंबर को सुनवाई से पहले जेई को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इससे उसकी रिमांड पर संशय था।

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आरटीपीसीआर जांच लैब से होती है, जिसकी रिपोर्ट विश्वसनीय रहती है। एंटीजन टेस्ट के बाद भी जरूरत पड़ने पर आरटीपीसीआर जांच कराई जाती है।

- एनडी शर्मा, सीएमओ।

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सीएमओ कार्यालय में छापेमारी की फैली अफवाह

सीबीआइ टीम गुरुवार दोपहर कोविड प्रोटोकॉल की जानकारी लेने सीएमओ कार्यालय पहुंची तो वहां छापेमारी की अफवाह फैल गई। सीएमओ ने बताया कि टीम उनसे कोविड संबंधी नियम जानने आई थी। छापेमारी की बात महज अफवाह है।

स्पाई कैमरा से रामभवन बनाता था अश्लील फिल्म

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : यौन शोषण का आरोपित रामभवन बेहद शातिर है। वह अश्लील वीडियो बनाने के लिए कमरे में स्पाई (हिडेन) कैमरा लगाए था। उसके पास काफी महंगा कैमरा और लैपटाप भी है।

सीबीआइ की विशेष टीम को रामभवन के पास से 34 अश्लील वीडियो और 679 फोटो मिले हैं। सूत्र बताते हैं कि आरोपित रामभवन ने ये वीडियो और फोटो स्पाई कैमरा से खींचे हैं। स्पाई कैमरा लोगों की नजर में नहीं आता है। उसने ये कैमरा कमरे में अपनी पत्नी और रिश्तेदारों की नजरों से बचाकर लगा रखा था। सीबीआइ टीम को ये कैमरा हाथ लगा है। सूत्र बताते हैं कि वह काफी महंगे इलेक्ट्रानिक उपकरण रखता है। करीब एक लाख रुपये कीमत का एक लैपटाप उसके पास था, जिसे सीबीआइ खोज रही है। मोहल्ला के कुछ और लोगों को बुलाया

सीबीआइ टीम बुधवार को आरोपित के मकान मालिक को उठाने के साथ ही कुछ और लोगों के घर भी गई। उनसे बच्चों को लेकर पूछताछ की है। दो लोगों से कहा है कि उन्हें जरूरत पड़ने पर बुलाया जाएगा।


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