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बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की 'रफ्तार' पर कोरोना का ब्रेक

हेमराज कश्यप चित्रकूट प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर एक ब

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 06:32 PM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 06:32 PM (IST)
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की 'रफ्तार' पर कोरोना का ब्रेक
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की 'रफ्तार' पर कोरोना का ब्रेक

हेमराज कश्यप, चित्रकूट

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प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर एक बार फिर कोरोना की काली छाया पड़ गई है। करीब 15 दिन से काम लगभग ठप है। पिछली लहर के दौरान भी चार माह तक काम बंद रहने के कारण पहले से ही प्रोजेक्ट पिछड़ा था। इससे वर्ष 2022 तक एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने में मुश्किलें तय हैं। अभी कुछ माह बाद तीसरी लहर में काम और प्रभावित हो सकता है।

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36 माह में काम पूरा करने का लक्ष्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में जिले के भरतकूप के पास गोंड़ा गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की आधारशिला 29 फरवरी 2020 में रखी थी। सरकार ने परियोजना को 36 माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा, लेकिन शिलान्यास के बाद काम शुरू होते ही कोरोना महामारी आ गई थी। 24 मार्च 2020 को पूरे देश में लॉकडाउन के बाद करीब चार माह काम बंद रहा था। अगस्त सितंबर 2020 में काम दोबारा शुरू हुआ। गति पकड़ते ही मार्च 2021 में कोरोना की दूसरी लहर आ गई। हालांकि, सरकार ने इस बार लॉकडाउन नहीं लगाया है, लेकिन मजदूर इतने डरे हैं कि काम पर आने से डर रहे हैं। जीरो प्वाइंट गोंड़ा में हाईवे के ऊपर बनने वाले पुल और सड़क का करीब 15 दिन से बंद है। एक्सप्रेस-वे चित्रकूट से शुरू होकर इटावा के पास बाह में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से मिलाया जाना है।

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लॉकडाउन की आशंका से लौट गए मजदूर

धौरही निवासी रामबाबू गुप्ता, टिटिहरा निवासी नवीन व रामसुफल बताते हैं, होली के पहले मार्च में तेजी से काम हो रहा था। अब काम बंद है। कोरोना में फिर लॉकडाउन के डर से अधिकांश मजदूर अपने घरों को लौट गए हैं।

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एक नजर में एक्सप्रेस-वे

- 29 फरवरी 2020 : प्रधानमंत्री मोदी ने किया शिलान्यास।

- 36 माह में काम पूरा होने का है अनुमानित समय।

- 296.070 किलोमीटर है कुल लंबाई।

- 14849.09 करोड़ रुपये है कुल लागत।

- चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, इटावा को प्रत्यक्ष और दो दर्जन जिलों को अप्रत्यक्ष लाभ।

- चार लेन चौड़ा (छह लेन में विस्तारीकरण), चार रेलवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, चार टोल प्लाजा, सात रैंप प्लाजा, 268 छोटे पुल, 18 फ्लाईओवर और 214 अंडरपास बनेंगे।

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अभी काम पूरी तरह से बंद नहीं है। हां, कोरोना की वजह से कुछ धीमा जरूर हुआ है। रविवार को ठेकेदारों से मजदूरों को मास्क और सैनिटाइजर वितरित कराया है।

- जीपी सिंह, एडीएम, चित्रकूट।


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