कोरोना पर नियंत्रण को घर-घर चलेगा जांच अभियान
पोलियो अभियान की तर्ज पर घर-घर जाकर सर्वे करेंगी। कोरोना संभावित मरीजों की पहचान करेंगी। ताकि उन्हें सही समय पर इलाज मुहैया हो सके। सर्वेक्षण टीम प्रत्येक घर पर स्टीकर चाक व रिपोर्टिंग प्रारूप का उपयोग करेंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि यह विशेष सर्विलांस अभियान सभी ग्रामीण व शहरी इलाकों के कंटेनमेंट जोन व नॉन-कन्टेनमेंट जोन दोनों में चलाया जाएगा। सर्वे के दौरान कंटेनमेंट जोन में आईएलआई (इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस यानि खांसी •ाुकाम बुखार) व एसएआरआई (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट
जागरण संवाददाता, बांदा : कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने घर-घर जांच अभियान शुरू किया है। जो 15 जुलाई तक चलेगा। इसके लिए कुल 920 टीमों का गठन किया गया है। यह टीम कंटेनमेंट जोन में घर-घर जाकर सर्वे करेंगी।
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने जिला टास्क फोर्स की बैठक में तैयारियों का जायजा लिया। जरूरी निर्देश दिए कि माइक्रोप्लान के अनुसार गठित टीमें पोलियो अभियान की तर्ज पर घर-घर जाकर सर्वे करेंगी। कोरोना संभावित मरीजों की पहचान करेंगी। ताकि उन्हें सही समय पर इलाज मुहैया हो सके। सर्वेक्षण टीम प्रत्येक घर पर स्टीकर, चाक व रिपोर्टिंग प्रारूप का उपयोग करेंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि यह विशेष सर्विलांस अभियान सभी ग्रामीण व शहरी इलाकों के कंटेनमेंट जोन व नॉन-कंटेनमेंट जोन दोनों में चलाया जाएगा। सर्वे के दौरान कंटेनमेंट जोन में आइएलआइ (इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस यानि खांसी, जुकाम, बुखार) व एसएआरआइ (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन यानि सांस फूलना, निमोनिया) के रोगियों को चिन्हित किया जाएगा। नॉन-कंटेनमेंट जोन में केवल एसएआरआइ के रोगियों का चिन्हांकन किया जाएगा। दोनों जोन में लंबी बीमारी जैसे हाइपरटेंशन, डायबिटीज व ओरल, ब्रैस्ट और सर्वाइकल कैंसर के मरीजों को भी चिन्हित किया जाएगा। सर्वेक्षण टीमें कोविड-19 के लक्षणों और उनसे बचाव के बारे में लोगों को जागरूक भी करेंगी। अभियान के लिए आशा और वालंटियर की कुल 920 दो सदस्यीय की टीमें बनाई गई हैं। प्रत्येक पांच टीम पर एक सुपरवाइजर तैनात है। इस दौरान बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग आदि का भी सहयोग लिया जाएगा।