कोल्ड डायरिया ने दी दस्तक, ऐंठन व कपकपी बढ़ी
जागरण संवाददाता, बांदा : मौसम के परिवर्तन के साथ बीमारियां भी अपना रंग बदल रही हैं। ठंड प
जागरण संवाददाता, बांदा : मौसम के परिवर्तन के साथ बीमारियां भी अपना रंग बदल रही हैं। ठंड पड़ना शुरू होने से कोल्ड डायरिया की दस्तक शुरू हो गई है। अस्पतालों में अब कोल्ड डायरिया से पीड़ित मरीज भी भर्ती हो रहे हैं। चिकित्सक सेहत के प्रति फ्रिकमंद रहने की सलाह दे रहे हैं।
नवंबर माह का प्रथम पखवारा जहां पूरा होने को है वहीं सुबह-शाम ठंड भी अपना असर दिखा रही है। ठंड से बचाव के नाम पर शुरुआती चूक लोगों को बीमार बना रहा है। इस समय सबसे ज्यादा जुखाम, खासी के साथ डायरिया व बुखार के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। चिकित्सक विनीत सचान का कहना हैं कि मौसम के परिवर्तन के साथ कोल्ड डायरिया ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। यह डायरिया गर्मी व अन्य मौसम से कुछ हटकर रहता है। कोल्ड डायरिया जुखाम व बुखार के साथ प्रभावी होता है। इसमें मरीज को कई बार जड़ा लगने की स्थिति भी बनती है। कई बार दस्त जाने पर कंपकपी होना शुरू हो जाती है। मरीज के पेट में ऐंठन व मरोड़ की दिक्कत ज्यादा रहती है। जिसे आम आदमी जल्दी समझ नहीं पाते हैं। साधारण डायरिया समझ कर ही वह अपने स्तर से घरेलू उपचार करते हैं। अस्पताल ले जाने व समय पर समुचित इलाज कराने में देरी होने से कई बार मरीज की हालत ज्यादा बिगड़ जाती है। इससे कोल्ड डायरिया के प्रति लोगों को जागरूक रहना चाहिए। सेहत के प्रति सावधान रहने से स्वस्थ रह सकते हैं।
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डायरिया से पीड़ित भर्ती मरीज
नाम उम्र पता
राघा 3 ग्राम उतरवां
राहुल 30 मोहल्ला आजाद नगर
शिवराज 32 शुकुलकुआं
अभय 30 शंभूनगर
वकील 30 गूलरनाका
शांती 30 ग्राम नेवादा
सहोदरा 65 गिरवां
राजकुमारी 60 ग्राम महुआ
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बचाव के उपाय
- सुबह-शाम ठंड महसूस होने पर गरम कपड़े पहनें।
- गरम पेय पदार्थ चाय काढ़ा आदि का सेवन करें।
- बासी भोजन न खाएं, ताजे खाने का सेवन करें।
- गंदे पानी पीने से परहेज करें, स्वच्छ पानी पीएं।
- ठंडे पेय व खाद्य पदार्थों का सेवन ज्यादा न करें।
- अधिक ठंडे पानी से खुली जगह स्नान न करें।