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ठंड आई, पर नौनिहालों को नहीं मिले स्वेटर

शासन ने परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे गरीब परिवारों के नौनिहालों को ठंड से बचाने के इंतजाम दो माह पहले शुरू कर दिए थे। बजट भी समय से आ गया लेकिन अभी तक विद्यालयों में स्वेटर नहीं पहुंचे। आपूर्ति कर्ता फर्म सवा तीन करोड़ रुपये लेकर चुप्पी साधे है। इधर ठंड ने दस्तक दे दी है। लगातार बढ़ रही सर्दी इन नौनिहालों को सताएगी। ्

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 07:46 PM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 07:46 PM (IST)
ठंड आई, पर नौनिहालों को नहीं मिले स्वेटर
ठंड आई, पर नौनिहालों को नहीं मिले स्वेटर

जागरण संवाददाता, बांदा : शासन ने परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे गरीब परिवारों के नौनिहालों को ठंड से बचाने के इंतजाम दो माह पहले शुरू कर दिए थे। बजट भी समय से आ गया, लेकिन अभी तक विद्यालयों में स्वेटर नहीं पहुंचे। आपूर्ति कर्ता फर्म सवा तीन करोड़ रुपये लेकर चुप्पी साधे है। इधर, ठंड ने दस्तक दे दी है। लगातार बढ़ रही सर्दी इन नौनिहालों को सता रही है।

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शासन ने परिषदीय स्कूलों में सभी बच्चों को 31 अक्टूबर तक शत-प्रतिशत स्वेटर वितरण करने के निर्देश दिए थे। इसके लिए आपूर्तिकर्ता फर्म के लिए कई मानक भी तय किए थे। निर्धारित समय के बाद स्वेटर देने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई थी। लेकिन करीब एक माह का समय ज्यादा बीत गए, अभी तक नौनिहालों तक गर्म स्वेटर नहीं पहुंच सके। जबकि ठंड पूरी तरह दस्तक दे चुकी है। दिन में अंदर कक्षों में पढ़ाई करते समय हवा के ठंडे झोंके बच्चों को सताने लगे हैं। शासन के अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने 16 अगस्त को जारी पत्र में स्वेटर खरीद प्रक्रिया शीघ्र शुरू कर जिला स्तरीय टास्क फोर्स गठित करने के निर्देश दिए थे। शासन के आदेश पर परिषदीय स्कूलों में स्वेटर वितरण के लिए डीएम की अध्यक्षता में टीम तो गठित कर दी गई है, लेकिन टीम को ही जानकारी नहीं है कि स्वेटर वितरण अभी तक नहीं हुआ। सितंबर माह में स्कूली बच्चों को सवा तीन करोड़ रुपये प्रति बच्चा 200 रुपये की दर से धनराशि दी गई है। लेकिन टेंडर में 162 रुपये प्रति स्वेटर की दर से नीलामी हुई। आपूर्ति कर्ता फर्म ने अभी तक स्वेटरों की आपूर्ति नहीं की। जबकि 31 अक्टूबर के बाद भी एक माह का समय बीत गया। ठंड बढ़ने पर छात्रों को पुराने स्वेटर में स्कूल आना पड़ रहा है। छात्र स्वेटर के लिए टकटकी लगाए हैं। लेकिन आपूर्ति कर्ता फर्म व जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।

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विद्यालयों में स्वेटर वितरण पर एक नजर :

विद्यालयों की संख्या : 2064

कुल छात्र-छात्राएं : 2 लाख 25 हजार

स्वेटर की राशि : सवा तीन करोड़

प्रति स्वेटर लागत : 162 रुपये

आपूर्ति कर्ता फर्म : द मेल ट्रेडिग

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-स्वेटर वितरण में फर्म की लापरवाही की वजह से विलंब हुआ है। फर्म से पत्राचार किया गया है। स्वेटर आते ही बच्चों में वितरण कराया जाएगा।

-हरिश्चंद्रनाथ, बीएसए


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