अब गांव में ही मिलेगा शहर वाला इलाज
जागरण संवाददाता बांदा दूर दराज के ऐसे गांव जहां चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया नहीं है उन्हें
जागरण संवाददाता, बांदा : दूर दराज के ऐसे गांव जहां चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया नहीं है उन्हें अब इलाज मिल सकेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी की कई। जिले के ऐसे गांवों को चिह्नित करने के साथ वहां पर मोबाइल वैन के माध्यम से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इससे ग्रामीणों को न सिर्फ गांव में ही दवा मिल सकेगी बल्कि कई जांचों का लाभ भी घर बैठे मिल सकेगा।
ग्रामीण क्षेत्र के दूर-दराज इलाकों में रहने वाले मरीज छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज कराने में अक्सर परेशान रहते हैं। आर्थिक तंगी के कारण लोग शहर तक आने में अक्षम साबित होते हैं। ऐसे में उनकी बीमारी बड़ा रूप ले लेती है। ऐसे लोगों को गांव में उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार ने सभी जिलों में इस सेवा को शुरू करने की योजना बनाई है। जिले में यह सेवा शुरू करने के लिए एक अत्याधुनिक वैन आ चुकी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि अगले सप्ताह इसका शुभारंभ किया जाएगा। वैन में ये होंगी सुविधाएं
इस मोबाइल वैन में यूरिन, हीमोग्लोबिन, नाक, कान, आंख, ईसीजी मशीन, माइक्रोस्कोपी की जांच, नेबुलाइजर व आक्सीजन सिलेंडर के साथ ही दवाएं भी उपलब्ध होंगी। प्राथमिक उपचार, संक्रामक बीमारियों की जांच, बेसिक लैब टेस्ट आदि की सुविधा भी रहेगी। वैन में सीएचसी स्तर की लैब होगी, जो मरीज को उसी दिन रिपोर्ट उपलब्ध कराएगी।
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ये होगी स्टाफ की व्यवस्था
मोबाइल मेडिकल यूनिट में चिकित्सक, फार्मासिस्ट, नर्स, लैब टेक्नीशियन के अलावा चालक की तैनाती होगी। इस वैन में ग्रामीणों का बड़े अस्पतालों जैसा उपचार किया जाएगा।
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- वैन आ चुकी है। इसमें स्टाफ की तैनाती लखनऊ मुख्यालय से की जानी है। जल्द ही स्टाफ उपलब्ध होने वाला है। उम्मीद है कि अगले सप्ताह इसका शुभारंभ हो जाएगा।
संतोष कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बांदा